कांग्रेस पार्टी के नेता कमलनाथ का अपना अंदाज है। अब वह केंद्रीय मंत्री नहीं हैं, मुख्यमंत्री नहीं हैं, प्रदेश अध्यक्ष नहीं हैं, नेता प्रतिपक्ष नहीं हैं, सांसद भी नहीं हैं, सिर्फ एक विधायक है लेकिन फिर भी मध्य प्रदेश के सबसे बिजी नेता है। इतने व्यस्त रहते हैं कि, जन्मदिन पर बधाई देने आए समर्थकों से बधाई तक स्वीकार नहीं की। सबको इग्नोर करके चले गए।
कमलनाथ छोटे-छोटे लोगों से नहीं मिलते, इसके लिए सज्जन वर्मा नियुक्त
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का जन्मदिन उनके भोपाल स्थित आवास पर मनाया गया। इस दौरान उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देने के लिए अच्छी खासी भीड़ जुटी। कमलनाथ ने केक काटा और कुछ लोगों से मिले भी। बधाई देने आए लोगों की लंबी लाइन लगी थी लेकिन कमलनाथ सबसे नहीं मिले, वह लोगों का अभिवादन स्वीकार किए बिना अपने बंगले से चले गए। अब जो लोग बुके और फूल-मालाएं लेकर आए थे, उनसे बधाई स्वीकार करने के लिए सज्जन वर्मा स्वागत स्वीकारकर्मी की तरह खड़े लोगों से फूल-मालाएं लेते रहे और उनके साथ फोटो खिंचवाते रहे।
तिकड़ी भोपाल से गायब हो गई
कमलनाथ ने बड़ी खास रणनीति के तहत अपना जन्मदिन भोपाल में मनाया था लेकिन तिकड़ी ने भी कच्ची गोटिया नहीं खेली। इस कार्यक्रम में कई छोटे-बड़े कांग्रेस नेता नजर आए। लेकिन दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार गायब थे। बताया जा रहा है कि ये तीनों ही नेता भोपाल में नहीं थे। जैसे ही उन्हें पता चला कि कमलनाथ क्या करने वाले हैं, तिकड़ी भोपाल से गायब हो गई। कमलनाथ की रणनीति फेल हो गई इसलिए वह बढ़िया को सज्जन वर्मा के हवाले कर चले गए।
.webp)