भोपाल, 24 नवंबर 2025: आरक्षण का लाभ उठाकर बड़े पदों पर पहुंच गए लोग, अपनी जाति और समाज के दूसरे लोगों के लिए अपने हिस्से का आरक्षण गिव अप करने के लिए तैयार नहीं है, उल्टा आरक्षण के समर्थन में अजीब तरह की दलीलें देकर यह साबित करने की कोशिश करते हैं कि प्रमुख पद पर पहुंचने के बाद भी वह योग्य नहीं है। भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी श्री संतोष वर्मा ने भोपाल में अजाक्स के प्रांतीय सम्मेलन में, अपने बेटे की शादी के लिए भी आरक्षण की मांग की है। वह अपने बेटे की शादी ब्राह्मण बेटी से करना चाहते हैं, और यह भी चाहते हैं कि इसके लिए उन्हें किसी प्रकार का सरकारी या राजनीतिक संरक्षण मिलना चाहिए।
IAS संतोष वर्मा ने अजाक्स का अध्यक्ष बनते ही सामाजिक सौहार्द में आग लगा दी
दरअसल, 23 नवंबर 2025 को भोपाल के तुलसीनगर स्थित अंबेडकर मैदान में अजाक्स का प्रांतीय सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें आईएएस संतोष वर्मा को अजाक्स का प्रांतीय अध्यक्ष घोषित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कथित तौर पर कहा "जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।" इस बयान के बाद पूरे सवर्ण समुदाय में आक्रोश है। सवर्ण समुदाय ने इस बयान को घोर अपमान और अति आपत्तिजनक माना है।
बेटी कोई वस्तु नहीं है जिसे दान दिया जाए
मंत्रालय सेवा अधिकारी/कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंजीनियर सुधीर नायक ने इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए आईएएस आचरण नियमों के तहत सरकार से संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उनका तर्क है कि विवाह एक निजी जीवन का मामला है, और कोई भी वयस्क व्यक्ति अपनी शादी के लिए स्वतंत्र है। बेटी कोई वस्तु नहीं है जिसे "दान" दिया जाए।
जातिगत भेदभाव आरक्षण से नहीं अंतरजातीय विवाह से खत्म होगा: संतोष वर्मा IAS
अजाक्स के नवयुक्त प्रांतीय अध्यक्ष संतोष वर्मा ने सरकारी विभागों में आरक्षण पर बात करते हुए कहा कि मैं तब तक यह बात नहीं मानूंगा कि एक परिवार में एक व्यक्ति को आरक्षण मिलना चाहिए, जब तक कि मेरे बेटे को कोई ब्राह्रमण अपनी बेटी दान न कर दें, या उससे उसका संबंध न बना ले। केवल आर्थिक आधार की बात है तो। जब तक रोटी-बेटी का व्यवहार नहीं होता, तब तक समाज के पिछड़ेपन के कारण आरक्षण की पात्रता मिलती रहेगी।
संतोष वर्मा ias पहले भी जेल जा चुके हैं
याद दिलाना जरूरी है कि यह वही संतोष वर्मा है जो 2021 में जेल जा चुके हैं। इंदौर के एमजी रोड थाना पुलिस ने दावा किया था कि संतोष वर्मा आईएएस ने एक आपराधिक मामले में खुद को निर्दोष बताने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए एवं जज के जाली सिग्नेचर किए। यहां क्लिक करके पूरी खबर पढ़ सकते हैं।
अजाक्स, नए प्रांतीय अध्यक्ष पर विचार करें
प्रदेशाध्यक्ष सुधीर नायक का कहना हैं कि एक कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी के ऐसे बयान से दोनों वर्गों के बीच खाई गहरी हो रही है, जो देश और समाज के हित में नहीं है। उन्होंने अजाक्स संगठन से जुड़े सदस्यों से भी अपील की है कि वे ऐसे बयान देने वाले व्यक्ति को प्रांतीय अध्यक्ष बनाए रखने पर विचार करें।
समाज में बदलाव से अंतर्जातीय विवाह हो रहे
प्रदेश अध्यक्ष सुधीर नायक ने कहा कि समाज में बदलाव आया है और बड़ी संख्या में अंतर्जातीय विवाह हो रहे हैं, जिसमें आरक्षित और अनारक्षित वर्गों के बीच भी शादियां शामिल हैं। उदाहरण के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर और सविता अंबेडकर, रामविलास पासवान और रीना शर्मा।
.webp)