Google का नया AI सिर्फ़ तस्वीरें नहीं बनाता: 5 हैरान करने वाली सच्चाइयाँ जानिए

AI Image की दुनिया में हर दिन कुछ नया हो रहा है, लेकिन गूगल का नया "नैनो बनाना प्रो" मॉडल सिर्फ़ बेहतर तस्वीरें बनाने से कहीं बढ़कर है। यह गूगल के नवीनतम लार्ज लैंग्वेज मॉडल, जेमिनी 3 पर बनाया गया है, और इसमें सटीक टेक्स्ट को विभिन्न शैलियों और भाषाओं में उत्पन्न करने जैसी उन्नत क्षमताएँ भी हैं। यह गूगल की AI रणनीति में एक बड़े बदलाव का संकेत देता है, तो आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ ऐसी चौंकाने वाली बातें, जिन पर शायद आपका ध्यान न गया हो।

नैनो बनाना प्रो के बारे में 5 आश्चर्यजनक बातें

1. नैनो बनाना प्रो अपने पिछले वर्शन की 1024x1024px रिज़ॉल्यूशन सीमा को पार करते हुए 2K और 4K क्वालिटी की तस्वीरें बना सकता है। लेकिन यह शानदार क्वालिटी एक कीमत पर आती है। यह नया मॉडल न केवल धीमी गति से काम करता है, बल्कि काफी महंगा भी है।

जहाँ ओरिजिनल मॉडल की कीमत प्रति इमेज $0.039 थी, वहीं प्रो मॉडल में 1080p या 2K इमेज के लिए $0.139 और 4K इमेज के लिए $0.24 लगते हैं। यह मूल्य वृद्धि स्पष्ट करती है कि यह एक आम उपभोक्ता टूल नहीं, बल्कि एक प्रोफेशनल टूल है, जहाँ बेहतर नियंत्रण और क्वालिटी के लिए ज़्यादा कीमत चुकाना जायज़ हो सकता है।

2. यह सिर्फ़ एक इमेज जनरेटर नहीं, एक वर्चुअल कैमरा है

नैनो बनाना प्रो को एक साधारण टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेटर समझना एक भूल होगी। यह एक वर्चुअल फोटोग्राफी स्टूडियो की तरह काम करता है, जो प्रोफेशनल्स को क्रिएटिव प्रक्रिया पर अभूतपूर्व नियंत्रण देता है। यूज़र्स सिर्फ़ टेक्स्ट प्रॉम्प्ट ही नहीं, बल्कि इमेज के कई तकनीकी पहलुओं को भी कंट्रोल कर सकते हैं, जैसे कैमरा एंगल, सीन लाइटिंग, डेप्थ ऑफ़ फील्ड, फ़ोकस और कलर ग्रेडिंग। इसकी वेब-सर्चिंग क्षमताएँ इसे और भी शक्तिशाली बनाती हैं, जिससे आप रेसिपी खोजने और उसके फ्लैश कार्ड बनाने जैसे काम भी कर सकते हैं।

इससे भी बढ़कर, यह मॉडल एक ही इमेज में 14 ऑब्जेक्ट्स तक मिला सकता है और एक प्रोजेक्ट में पाँच अलग-अलग किरदारों की शक्ल और स्थिरता बनाए रख सकता है। यह विस्तृत नियंत्रण, खासकर एक ही इमेज में 14 ऑब्जेक्ट्स तक मिलाने और पाँच किरदारों की शक्ल को स्थिर रखने की क्षमता, इसे उन क्रिएटिव प्रोफेशनल्स के लिए एक अनिवार्य टूल बनाती है जिन्हें अपने विज़न को सटीक रूप से साकार करने की आवश्यकता होती है।

3. यह गूगल के हर कोने में मौजूद है

गूगल नैनो बनाना प्रो को किसी एक ऐप तक सीमित नहीं रख रहा है; गूगल इसे अपने पूरे इकोसिस्टम में गहराई से इंटीग्रेट कर रहा है। यह मॉडल अब कई गूगल सेवाओं में उपलब्ध है, जो कंपनी की व्यापक रणनीति को दर्शाता है।
जेमिनी ऐप: अब इमेज जनरेशन के लिए डिफ़ॉल्ट रूप से इसी मॉडल का उपयोग करेगा।
नोटबुकएलएम (NotebookLM): गूगल AI प्लस, प्रो और अल्ट्रा सब्सक्राइबर्स के लिए उपलब्ध।
गूगल सर्च: अमेरिका में AI प्रो और अल्ट्रा सब्सक्राइबर्स के लिए AI मोड में उपलब्ध।
फ्लो (Flow): अल्ट्रा सब्सक्राइबर्स के लिए उपलब्ध।
वर्कस्पेस टूल्स: गूगल स्लाइड्स और विड्स के ग्राहकों के लिए भी उपलब्ध है।
डेवलपर्स: जेमिनी API, गूगल AI स्टूडियो, और एंटीग्रेविटी (Antigravity) के माध्यम से इसका उपयोग कर सकते हैं।
इतने बड़े पैमाने पर एकीकरण यह दिखाता है कि गूगल इस उन्नत तकनीक को अपने यूज़र्स और डेवलपर्स के लिए केंद्रीय बनाना चाहता है।

4. भविष्य की एक "फ्रीमियम" झलक

गूगल इस शक्तिशाली तकनीक तक पहुँच के लिए एक क्लासिक "फ्रीमियम" रणनीति अपना रहा है। जेमिनी ऐप के मुफ़्त यूज़र्स नैनो बनाना प्रो के साथ सीमित संख्या में इमेज बना सकते हैं। उस सीमा तक पहुँचने के बाद, उन्हें वापस पुराने नैनो बनाना मॉडल पर डिफ़ॉल्ट कर दिया जाएगा।

वहीं दूसरी ओर, गूगल AI प्लस, प्रो और अल्ट्रा जैसे पेड सब्सक्राइबर्स को इमेज जनरेट करने की उच्च सीमाएँ मिलेंगी। यह रणनीति स्पष्ट रूप से मुफ़्त यूज़र्स को प्रो मॉडल की क्षमताओं का अनुभव कराने के लिए डिज़ाइन की गई है, ताकि उन्हें पेड सब्सक्रिप्शन में अपग्रेड करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

5. यह शुरुआत से ही नकली तस्वीरों से लड़ रहा है

AI-जनित गलत सूचनाओं की बढ़ती चिंता के बीच, गूगल ने शुरुआत से ही ज़िम्मेदारी का परिचय दिया है। कंपनी अपनी वॉटरमार्किंग और डिटेक्शन तकनीक, SynthID, को सीधे जेमिनी ऐप में इंटीग्रेट कर रही है।

इसका मतलब है कि यूज़र्स किसी भी इमेज को ऐप में अपलोड करके यह पता लगा सकते हैं कि क्या वह गूगल के इमेज मॉडल द्वारा बनाई या संशोधित की गई है। इसके अलावा, गूगल ने भविष्य में C2PA कंटेंट क्रेडेंशियल डिटेक्शन के लिए भी समर्थन शामिल करने की योजना बनाई है। यह कदम AI-जनित कंटेंट की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

नैनो बनाना प्रो सिर्फ़ एक अपग्रेड नहीं है; यह गूगल की AI रणनीति में एक परिपक्व बदलाव का प्रतीक है। यह एक ऐसा टूल है जिसे प्रोफेशनल्स के लिए बनाया गया है, जिसे गूगल के इकोसिस्टम में गहराई से एकीकृत किया गया है, और जिसे ज़िम्मेदारी की भावना के साथ लॉन्च किया गया है। यह हमें सोचने पर मजबूर करता है कि जैसे-जैसे ये शक्तिशाली उपकरण आम होते जाएँगे, इंसान और AI की रचनात्मकता के बीच की रेखा कैसे बदलेगी?

Key Features of Nano Banana Pro

Nano Banana Pro इमेज की गुणवत्ता और इंटेलिजेंस में महत्वपूर्ण अपग्रेड प्रदान करता है।
इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह पुराने 1024x1024px की तुलना में अब 2K या 4K जैसे उच्च रिज़ॉल्यूशन में इमेज बना सकता है। 
यह पेशेवरों को इमेज पर अधिक नियंत्रण देने के लिए कई नए नियंत्रण प्रदान करता है, जैसे कि:
कैमरा एंगल और सीन लाइटिंग पर पूरा नियंत्रण।
डेप्थ ऑफ फील्ड और फोकस को एडजस्ट करने की क्षमता।
कलर ग्रेडिंग (Color grading)।
एक ही इमेज में 14 ऑब्जेक्ट्स तक ब्लेंड करना।
एक इमेज में पाँच लोगों तक की कंसिस्टेंसी और समानता बनाए रखना।

Web Search Capabilities

इस मॉडल में अब वेब-सर्चिंग की क्षमता भी है, जो इसे और भी उपयोगी बनाती है। उदाहरण के लिए, आप इससे ऑनलाइन कोई रेसिपी खोजने के लिए कह सकते हैं और फिर उसी जानकारी से फ्लैशकार्ड बनाने का अनुरोध कर सकते हैं।
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