मोंथा चक्रवात, दूर अरब सागर से आया और मध्यप्रदेश के गांव-खेतों तक पहुंच गया। मौसम विभाग वाले कहते हैं कि पश्चिम मध्य अरब सागर में एक डिप्रेशन बैठा है, उसी का असर ये तूफान मध्य भारत पर डाल रहा। इसका झटका 2 नवंबर तक चलेगा, मतलब मौसम खराब ही रहेगा।
ज्यादातर जिलों में भारी बारिश का डर है रे
कल बुधवार को तो देखा ही, श्योपुर, मुरैना, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी और अनूपपुर जैसे जिलों में पानी बरस पड़ा। बाकी जगहों पर हल्की फुहारें, गरज-चमक के साथ हवा ने जोर लगाया। तूफान की वजह से कई ठिकानों पर तेज हवाएं भी चल रही हैं, और अगले 24 घंटे में ये और भयंकर हो सकती हैं। ज्यादातर जिलों में भारी बारिश का डर है रे।
इस बार सर्दी भी कड़ाके की आएगी भइया
सामान्य दिनों में तो नवंबर से ठंड शुरू हो जाती, जनवरी तक चलती, लेकिन इस साल फरवरी तक लटक जाएगी। मौसम के जानकार वैज्ञानिक भइया कहते हैं कि 2010 के बाद ये सबसे सख्त सर्दी हो सकती। उत्तर-पश्चिम भारत में लगातार पश्चिमी विक्षोभ आ रहे, उसी से राज्य में सर्दियों में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी।
अगले दो दिन का मौसम का हाल जान लो भइया
30 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश का अलर्ट, सतना, रीवा, मंडला, सीधी, सिंगरौली, शहडोल और अनूपपुर में अगले 24 घंटे में 4 से 8 इंच तक पानी गिर सकता। खेतों में खड़े फसलें डूब न जाएं, ध्यान रखना। पन्ना, जबलपुर, कटनी, उमरिया, डिंडोरी, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, शाजापुर, अलीराजपुर और बड़वानी में भी जोरदार फुहारें। बाकी सब जिलों में हल्की बूंदें, आंधी-तूफान और तेज हवाएं चलेंगी।
31 अक्टूबर को क्या होगा?
झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, बैतूल, पांढुर्ना, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर और शहडोल में फिर से भारी पानी बरसेगा। भारी बारिश का अलर्ट। बाकी जगहों पर भी हल्की-फुल्की बूंदें पड़ेंगी। मौसम वाले कहते हैं कि इस बारिश से तापमान गिरना शुरू हो गया, कई इलाकों में ठंड ने दहलीज पर पैर रख दिया। घर में गर्म कपड़े निकाल लो भइया, सर्दी का पहला झोंका आ गया।
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