मध्य प्रदेश में लगभग सभी पदों पर पूर्व हो चुके दिग्विजय सिंह आजकल अजीब तरह की पॉलिटिक्स कर रहे हैं। सोनम वांगचुक से दिग्विजय सिंह का कोई रिश्ता नहीं है। फिर भी सोनम वांगचुक का समर्थन करने वालों को धन्यवाद दे रहे हैं, ऐसा लग रहा है जैसे सोनम वांगचुक के समर्थन में आंदोलन को दिग्विजय सिंह लीड कर रहे हैं। इंदौर में भाजपा विधायक के एक बेटे ने वेतुका फरमान जारी कर दिया था। इंदौर कांग्रेस का बूथ प्रभारी निपटने के लिए काफी था, लेकिन दिग्विजय सिंह ने जली हुई घास में घी डाला और विधायक पुत्र को हीरो बना दिया।
इंदौर के शीतला माता बाजार विवाद के पीछे की कहानी
मामला इंदौर के शीतला माता बाजार का है। पिछले कुछ दिनों में भोपाल और इंदौर में कुछ अजीब तरह की आपराधिक मामले सामने आए हैं। एक रैकेट पकड़ा गया है। यह लोग महिलाओं और लड़कियों के फोन नंबर खरीदते हैं। फिर अपनी टीम के लड़के को संबंधित लड़की की जाति समाज का नाम दिया जाता है और उस लड़के द्वारा लड़की को प्यार के झूठे जाल में फंसाया जाता है। फिजिकल रिलेशन बन जाने के बाद लड़की को छुपकर मिलने के लिए बुलाया जाता है। कहा जाता है कि बुर्का पहन कर आना कोई पहचान नहीं पाएगा। इसके बाद लड़की को रोजा रखने के लिए मजबूर किया जाता है। भोपाल और इंदौर में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस ने जितने भी लोगों को गिरफ्तार किया है वह सब मुस्लिम समाज से हैं।
भाजपा विधायक के बेटे ने क्या किया
इंदौर में भारतीय जनता पार्टी की एक महिला विधायक है। नाम है मालिनी गौड़। इंदौर की पॉलिटिक्स में कोई खास वजन नहीं है, सुमित्रा ताई का 25% भी नहीं है। उनके सुपुत्र का नाम है एकलव्य गौड़। कोई खास स्पेशलिटी नहीं है, बस इतना है कि, दुनिया एकलव्य को अंग्रेजी में "Eklavya" लिखती है, परंतु विधायक पुत्र अपना नाम "Aklavya" लिखते हैं। लड़कियों को ब्लैकमेल करके रोजा रखवाने के मामले में उत्साहित होकर एकलव्य सिंह ने ऐलान कर दिया कि, शीतला माता बाजार का कोई भी दुकानदार अपनी दुकान में मुस्लिम कर्मचारी नहीं रखेगा। जिनके पास है उन्हें नौकरी से निकाल दो।
दिग्विजय सिंह ने क्या कर डाला
यह फरमान विधायक के बेटे ने जारी किया था, वह ना तो महापौर है और ना ही भाजपा का कोई बड़ा पदाधिकारी। इनसे निपटने के लिए इंदौर की दुकानदार अपने आप में पर्याप्त हैं। और फिर कांग्रेस पार्टी का बूथ प्रभारी भी कमजोर नहीं है, लेकिन फरमान देखते ही दिग्विजय सिंह दीवाने हो गए। बात का बतंगड़ बना दिया। दिग्विजय सिंह के कारण पूरे भारत में एकलव्य सिंह की चर्चा हो रही है। दिग्विजय सिंह के समर्थक एकलव्य का विरोध कर रहे हैं लेकिन दिग्विजय सिंह के विरोधियों के लिए तो एकलव्य हीरो हो गया ना। जांच तो करनी चाहिए क्या दिग्विजय सिंह की कोई गोपनीय मीटिंग हुई थी। सब जानते हैं अगले चुनाव में मालिनी मैडम को टिकट नहीं मिलेगा। क्या दिग्विजय सिंह प्लॉट तैयार कर रहे हैं ताकि एकलव्य सिंह को टिकट मिल जाए। ✒️ उपदेश अवस्थी।