मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह सरकार के छाले आज भी फूट रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शिवराज सरकार के समय भावांतर योजना के क्रियान्वयन में हुई गड़बड़ी को मुद्दा बनाया और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के घर पर धावा बोल दिया। पुराने मामलों को गिनाते हुए उन्होंने वर्तमान में लागू की गई भावांतर योजना का विरोध किया। खेती किसानी के नाम पर 40 मिनट नॉनस्टॉप भाषण देने वाले केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, चार शब्द नहीं बोल पाए।
शिवराज सिंह सरकार में भावांतर योजना में क्या गड़बड़ी हुई थी ?
एक लाइन में कहें तो किसानों के साथ धोखा हो गया था। समीक्षा करें तो पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने Bhavantar Bhugtan Yojana (BBY) की घोषणा तो कर दी थी परंतु मॉनिटरिंग नहीं करवा पाए। इसलिए योजना फेल कर गई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषणों में योजना का वर्णन कुछ इस प्रकार से किया कि, व्यापारियों ने भाव नीचे खींच दिए, और किसानों से कहा कि सरकार तुम्हारा अंतर भर देगी, तुम्हें कोई नुकसान नहीं होगा। कुछ मामलों में व्यापारी और किसान ने मिलकर, फायदा उठाने की कोशिश की। सरकार ने इस प्रकार का भुगतान नहीं किया। इसलिए विवाद उपस्थित हो गया।
कुछ जिलों से समाचार मिले, तहसीलदार और एसडीएम जैसे अधिकारियों ने किसानों को बताया कि सरकार ने भावांतर योजना के तहत भी लिमिट फिक्स की है। इसलिए कुछ किसानों को भावांतर योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
सबसे बड़ी समस्या थी कि, भावांतर की राशि निर्धारित समय पर किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर नहीं हो पाई। इसलिए किसानों में असंतोष भड़क गया था।
कांग्रेस ने क्या किया, शिवराज सिंह ने क्या जवाब दिया?
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। वह सोयाबीन की बोरी उठाकर किसानों के साथ प्रदर्शन करते हुए शिवराज सिंह के घर जा पहुंचे। यहां उन्होंने शिवराज सिंह के सामने कहा कि पिछली बार भावांतर योजना फेल हो गई थी। इस बार हमको इस प्रकार की योजना नहीं चाहिए।
हमें भावांतर नहीं, भाव चाहिए!
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 15, 2025
आज केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के भोपाल निवास पर किसान साथियों के साथ पहुँचकर, किसानों की समस्याओं पर चर्चा की!
खाद, बीज, और फसल का उचित मूल्य न मिलना, साथ ही कर्ज और खराब फसलों के कारण किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं यह… pic.twitter.com/2LSJPPBBA9
खेती किसानी पर काम से कम 40 मिनट नॉनस्टॉप भाषण देने वाले श्री शिवराज सिंह चौहान, योजना के समर्थन में चार शब्द भी नहीं बोल पाए। श्री जीतू पटवारी के जाने के बाद भी उन्होंने कोई वीडियो जारी नहीं किया और ना ही सोशल मीडिया पर अपना कोई बयान जारी किया।
क्या भावांतर योजना किसान विरोधी है
फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी जैसे 27 विकसित देशों के यूरोपीय संघ (जहां के किसान, दुनिया के सबसे सफल किसान हैं) में किसानों के लिए चल रहे सबसे सफलतम Price Deficiency Payments (PDP) System को मध्य प्रदेश में भावांतर योजना के नाम से लागू किया गया है। यह मूल रूप से कृषि व्यवस्था का आधुनिकीकरण है। इसके कारण किसान की मंडी के ऊपर डिपेंडेंसी कम हो जाएगी, और समय के साथ बाजार मजबूत हो जाएगा।