Criminal law - BNS की धारा 51 एवं 52 में क्या अंतर है जानिए सरल भाषा में

Bhopal Samachar
Bharatiya Nyaya Sanhita की धारा 51 एवं 52 दुष्प्रेरणा के Crime से संबंधित हैं लेकिन legal language की अगर बात करें तो दोनों में बहुत अंतर है जो आम व्यक्ति की समझ में आना मुश्किल है। हम आपको BNS की दोनों धाराओं के बारे में Simple language में बताएंगे आज। 

Bharatiya Nyaya Sanhita, 2023 की धारा 51 की परिभाषा

Liability of abettor when one act is abetted and a different act is done.
यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को कोई Specific कार्य करने के लिए abetment करता है, लेकिन दूसरा व्यक्ति उस उकसावे के परिणामस्वरूप कोई भिन्न कार्य करता है, तो दुष्प्रेरक (instigator) उस किए गए कार्य के लिए उसी प्रकार और उसी विस्तार तक जिम्मेदार होगा, जैसे कि उसने सीधे उसी कार्य का abetment किया हो।

Example

एक व्यक्ति (K) एक अन्य व्यक्ति (H) को (Y) के भोजन में विष डालने के लिए उकसाता है। H भूल से M के भोजन में विष डाल देता है। K दुष्प्रेरक M के भोजन में विष डालने के लिए उसी प्रकार और उसी विस्तार तक जिम्मेदारी के अधीन होगा, जैसे कि उसने H को M के भोजन में विष डालने के लिए उकसाया हो।

Bharatiya Nyaya Sanhita 2023 की धारा 52 की परिभाषा

When the abettor is punishable with the punishment assessed for the act abetted and for the act done.
यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को कोई Specific कार्य करने के लिए abetment करता है, और दूसरा व्यक्ति उस बहकावे के परिणामस्वरूप कोई भिन्न कार्य करता है, जो abetment के उद्देश्य से अलग है, लेकिन फिर भी दुष्प्रेरण के परिणामस्वरूप हुआ है, तो दुष्प्रेरक (abettor) दोनों कार्यों के लिए संचयी (cumulative) दंड के लिए उत्तरदायी (Responsible) हो सकता है।

Example

एक व्यक्ति (K) एक अन्य व्यक्ति (H) को (Y) को मारने के लिए उकसाता है। H, Y को मारने के प्रयास में M को घायल कर देता है। K दुष्प्रेरक दोनों कार्यों के लिए संचयी दंड के लिए उत्तरदायी हो सकता है, यानी Y को मारने के प्रयास और M को घायल करने के लिए।

Difference between the two sections.

BNS की धारा 51 में दुष्प्रेरक को केवल उस कार्य के लिए जिम्मेदारी के अधीन माना जाता है जो वास्तव में किया गया था, जबकि BNS की धारा 52 में दुष्प्रेरक दोनों कार्यों (दुष्प्रेरित कार्य और किए गए कार्य) के लिए संचयी दंड के लिए उत्तरदायी हो सकता है।

Also know:-

संचयी दंड या आकलित दंड का अर्थ क्या है जानिए

What is the meaning of cumulative penalty or assessed penalty?
Cumulative penalty का अर्थ है कि एक व्यक्ति को एक से अधिक अपराधों के लिए अलग-अलग दंड दिए जाते हैं और इन सभी दंडों को एक साथ जोड़कर दिया जाता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति को प्रत्येक अपराध के लिए अलग-अलग सजा मिलती है और सभी सजाओं को एक साथ मिलाकर कुल सजा की अवधि या राशि तय की जाती है।

Example: यदि कोई व्यक्ति दो अपराधों का दोषी पाया जाता है, जिनमें से एक के लिए 3 साल की सजा और दूसरे के लिए 5 साल की सजा है, तो संचयी दंड के तहत व्यक्ति को कुल 8 साल (3+5) की सजा हो सकती है।

✍️लेखक: बी.आर. अहिरवार (पत्रकार एवं विधिक सलाहकार, होशंगाबाद)। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article. डिस्क्लेमर - यह जानकारी केवल शिक्षा और जागरूकता के लिए है। कृपया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से पहले बार एसोसिएशन द्वारा अधिकृत अधिवक्ता से संपर्क करें।
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