15 अगस्त 2025 को हम अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। भारत में 15 अगस्त का दिन सबसे महत्त्वपूर्ण दिनों में से एक है। यह वह दिन है, जब भारतीय क्रांतिकारियों के बलिदान और शौर्य का परिणाम देश को मिला था। आज हम यहां आपको इंडिपेंडेंस डे से जुड़ी महत्वपूर्ण उपयोगी जानकारी देने जा रहे हैं जिससे आप अपने लिए निबंध, भाषण,Quotes आदि तैयार कर सकते हैं।
स्वतंत्रता दिवस से जुड़ी उपयोगी महत्वपूर्ण जानकारी एवं तथ्य
भारत में 15 अगस्त का दिन सबसे महत्त्वपूर्ण दिनों में से एक है। यह वह दिन है, जब भारतीय क्रांतिकारियों के बलिदान और शौर्य का परिणाम देश को मिला था। परंतु क्या आप जानते हैं कि दुनिया में इस पल को महसूस करने वाला भारत इकलौता देश नहीं था, बल्कि भारत के अलावा ऐसे कई देश हैं, जिन्हें इस दिन आाजदी मिली थी। हालांकि, हर देश की आजादी के अपने मायने हैं।
ऐसे देश के नाम जो भारत के साथ ही अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं
- दक्षिण और उत्तर कोरिया में राष्ट्रीय मुक्ति दिवस
- कांगो गणराज्य का स्वतंत्रता दिवस
- लिकटेंस्टीन का राष्ट्रीय दिवस
- बहरीन को मिली थी ब्रिटेन से आजादी
Independence Day 2025 -Flag Code of India, 2002
भारत का तिरंगा सिर्फ एक ध्वज नहीं, बल्कि हमारी स्वतंत्रता, एकता और गर्व का प्रतीक है। 15 अगस्त 2025 को जब हम 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, तो ज़रूरी है कि हम भारत सरकार के "Flag Code of India, 2002" और आधिकारिक दिशानिर्देशों के अनुसार तिरंगे को फहराएं। सही तरीके से ध्वजारोहण करने से हम न केवल सम्मान प्रदर्शित करते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए देशभक्ति का सही संदेश भी देते हैं।भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51A(a) के अनुसार, हर नागरिक का मूल कर्त्तव्य है कि वह राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान करे।
भारतीय तिरंगा दिवस -Indian Flag Day
राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम, 1971 के अंतर्गत, राष्ट्रीय ध्वज या राष्ट्रगान का अपमान करने से संबंधित अपराधों के लिये दंड का प्रावधान है।
भारत ने 22 जुलाई, 2025 को राष्ट्रीय ध्वज दिवस (तिरंगा अंगीकरण दिवस) के रूप में मनाया, जो वर्ष 1947 में भारतीय संविधान सभा द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के आधिकारिक अंगीकरण की वर्षगाँठ को चिह्नित करता है।
भारतीय तिरंगे को किसने डिजाइन किया - Who Designed Indian Flag
वर्तमान भारतीय ध्वज को पिंगली वेंकैया द्वारा स्वराज ध्वज के आधार पर डिज़ाइन किया गया था, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का ध्वज था जिसे पिंगली वेंकैया द्वारा प्रस्तावित डिज़ाइन में महत्वपूर्ण संशोधन करने के बाद महात्मा गांधी ने अपनाया था । इस ध्वज में चरखा शामिल था जिसे 1947 में तैयबजी ने चक्र से बदल दिया था।
ध्वजारोहण और ध्वज फहराना में क्या अंतर है
15 अगस्त के दिन देश को आजादी मिली थी। इसी दिन ब्रिटिश झंडे को उतारकर भारतीय ध्वज को ऊपर चढ़ाया गया और फहराया गया था। झंडे को नीचे से ऊपर ले जाकर फहराने की इस प्रक्रिया को ध्वजारोहण (Flag Hoisting) कहते हैं। इसलिए 15 अगस्त को ध्वजारोहण किया जाता है। वहीं 26 जनवरी को हमारा संविधान लागू हुआ था। इसलिए उस दिन पहले से ऊपर बंधे झंडे को केवल फहराया (Flag Unfurling) जाता है।
ध्वजारोहण का सही तरीका - Right Way To Flag Hoisting
1.तिरंगे को नीचे से ऊपर तेज़ी और सहजता से फहराएं।
2.यह ऊपर की ओर गति 1947 में उपनिवेशवाद से आज़ादी का प्रतीक है।
3.ध्वज को धीरे और सम्मानपूर्वक नीचे उतारें।
4.क्षैतिज अवस्था में फहराते समय केसरिया रंग हमेशा ऊपर होना चाहिए और लंबवत अवस्था में यह बाईं ओर होना चाहिए।
तिरंगे का आकार एवं नाप -Indian Flag Size & Measure
1.तिरंगा आयताकार होना चाहिए, जिसका अनुपात लंबाई:ऊंचाई 3:2 हो।
ध्वज साफ, बिना दाग-धब्बों और बिना फटे होना चाहिए।
अशोक चक्र: अशोक चक्र में 24 तीलियाँ होती हैं। यह तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाए गए सारनाथ के सिंह स्तंभ से प्रेरित है और यह सफेद पट्टी की चौड़ाई के भीतर समाहित रहता है।
प्रतीकात्मकता:
केसरिया रंग – देश की शक्ति और साहस का प्रतीक।
सफेद रंग – शुद्धता, सत्य और शांति को दर्शाता है।
हरा रंग – उर्वरता, विकास एवं समृद्धि का प्रतीक, जो भारत की कृषि परंपरा और पर्यावरणीय प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अशोक चक्र (जिसे "धर्म चक्र" कहा जाता है) – विधि, न्याय और जीवन चक्र का प्रतिनिधित्व करता है। यह चक्र दर्शाता है कि गति में जीवन है और स्थिरता में मृत्यु।
Independence Day 2025 Theme
भारत सरकार ने 79 वे स्वतंत्रता दिवस को "नया भारत' नाम से मनाए जाने की घोषणा की है।
On Wednesday, the national government finally declared that the theme for the 79th Independence Day celebrations on August 15 would be "Naya Bharat."
Independence Day Speech for Kids 10 Lines in Hindi
Independence Day 10 lines for kids
1.मेरे प्यारे साथियों और आदरणीय अध्यापकगण,
2.मेरा नाम _______ है और मैं कक्षा ___ में पढ़ता/पढ़ती हूँ।
3.हम सब यहाँ 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस मनाने आए हैं।
4.15 अगस्त 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ था।
5.इस दिन हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आज़ादी दिलाई।
6.हम सबको मिलकर अपने देश की रक्षा करनी चाहिए।
7.यह दिन हमें अपने देश के प्रति प्रेम और सम्मान सिखाता है।
8.हमें हमेशा अपने देश को स्वच्छ और सुरक्षित रखना चाहिए।
9.इस दिन हम वादा करते हैं कि हम अच्छे नागरिक बनेंगे।
10.हम अपने देश से हमेशा प्यार करेंगे और इसकी सेवा करेंगे।
जय हिंद, जय भारत!
स्वतंत्रता दिवस भाषण में छात्र और शिक्षक/ प्राचार्य अपनी आवश्यकता अनुसार परिवर्तन कर सकते हैं। इसमें देशभक्ति गीत की पंक्तियाँ, ऐतिहासिक प्रसंग या स्थानीय उदाहरण जोड़कर इसे प्रभावशाली बनाया जा सकता है। ऐसा करने से आपका Independence Day Speech in Hindi न केवल अनोखा होगा बल्कि श्रोताओं में गर्व और देशभक्ति की भावना भी जगाएगा।
Independence Day India Speech in Hindi for Class 3rd,4th,5th
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों,
सुप्रभात! आज हम सब यहाँ हमारे देश के सबसे महत्वपूर्ण दिन — स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। 15 अगस्त 1947 को हमारे देश ने ब्रिटिश शासन से आज़ादी पाई थी। यह दिन हमें उन महान स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है, जिन्होंने हमारे देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
हमारे भीतर देशभक्ति का जोश हमेशा जीवित रहना चाहिए। तिरंगे का हर रंग हमें एक संदेश देता है — केसरिया साहस और बलिदान का, सफेद शांति और सच्चाई का, और हरा समृद्धि और प्रगति का। जब यह तिरंगा हवा में लहराता है, तो यह हमें गर्व, एकता और हमारी पहचान का एहसास कराता है।
महात्मा गांधी ने हमें अहिंसा का मार्ग दिखाया, भगत सिंह और चंद्रशेखर आज़ाद जैसे वीरों ने बलिदान दिया, और नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा” का नारा दिया। इनके साहस और देशप्रेम से ही हम आज़ाद भारत में साँस ले रहे हैं।
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-क़ातिल में है।”
यह पंक्तियाँ हमें याद दिलाती हैं कि जब देश की रक्षा और स्वतंत्रता की बात आती है, तो हमें अपने साहस और दृढ़ संकल्प को दिखाना चाहिए। हमारे वीर सेनानियों ने बिना किसी डर के दुश्मन का सामना किया, और अपने देश के लिए सब कुछ न्यौछावर कर दिया।
हम सबका कर्तव्य है कि हम अपने देश की उन्नति और सम्मान के लिए ईमानदारी से काम करें। हमें अपने देश को स्वच्छ, सुरक्षित और एकजुट बनाए रखना है। आइए, हम सभी यह संकल्प लें कि भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाएँगे।
जय हिंद! वंदे मातरम!
Independence Day India Speech in Hindi
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, सम्मानित शिक्षकगण, और मेरे प्रिय साथियों,
सुप्रभात! आज हम सब यहाँ बड़े गर्व और उत्साह के साथ हमारे देश का स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। 15 अगस्त हमारे लिए सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि हमारी आज़ादी, हमारी शान और हमारे संघर्ष का प्रतीक है।
15 अगस्त 1947 को हमारे देश ने अंग्रेज़ी हुकूमत से स्वतंत्रता प्राप्त की। यह आज़ादी हमें आसानी से नहीं मिली, बल्कि इसके पीछे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान और संघर्ष छिपा है। महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाया, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने हँसते-हँसते फाँसी का फंदा चूमा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिंद फ़ौज का नेतृत्व किया, और चंद्रशेखर आज़ाद ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
आज हम जिस खुले आसमान के नीचे साँस ले रहे हैं, वह हमारे वीर सपूतों की कुर्बानियों का परिणाम है। हमें इन्हीं से प्रेरणा लेकर न केवल अपनी आज़ादी का सम्मान करना चाहिए, बल्कि आने वाले कल को और बेहतर बनाने के लिए प्रयास भी करना चाहिए।
हम सबको मिलकर यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश को स्वच्छ, सुरक्षित और प्रगतिशील बनाएँगे। हमें शिक्षा, विज्ञान, तकनीक और नैतिक मूल्यों में आगे बढ़ना होगा। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी निभाना होगा।
प्रिय साथियों, स्वतंत्रता सिर्फ गुलामी से मुक्ति नहीं है, बल्कि यह सोचने, बोलने और जीने की आज़ादी है, लेकिन जिम्मेदारी के साथ। अगर हम सभी एकजुट होकर काम करें, तो भारत को विश्व में सबसे अग्रणी देश बनाया जा सकता है।
अपने इन्हीं शब्दों के साथ मैं आपसे विदा लेने की इजाज़त लेती हूँ/ लेटा हूं।
वंदे मातरम! जय हिंद!
Independence Day India Speech for Class 9th,10th,11th,12th
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, सम्मानित शिक्षकगण, और मेरे प्रिय साथियों,
सुप्रभात! आज का दिन हम सभी भारतीयों के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। 15 अगस्त 1947 को हमारे देश ने लंबे समय तक चले संघर्ष और बलिदान के बाद अंग्रेज़ी हुकूमत से आज़ादी प्राप्त की। यह दिन हमें उन वीर सपूतों की याद दिलाता है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्र भारत का उपहार दिया।
हमारे स्वतंत्रता संग्राम की कहानी साहस, त्याग और एकता का अद्भुत उदाहरण है। महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का बलिदान, नेताजी सुभाष चंद्र बोस का “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा” का आह्वान, और चंद्रशेखर आज़ाद का अदम्य साहस—ये सब हमारे इतिहास के स्वर्णिम अध्याय हैं। इन्हीं की प्रेरणा से हम आज स्वतंत्र भारत में साँस ले रहे हैं।
जैसा कि किसी कवि ने कहा है—
“आओ झुक कर सलाम करें उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून,
जो देश के काम आता है।”
आज़ादी सिर्फ एक उपहार नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदारी भी है। हमारे लिए यह आवश्यक है कि हम एक नागरिक के रूप में अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करें। हमें अपने देश को भ्रष्टाचार, अशिक्षा, और असमानता से मुक्त कर, इसे एक विकसित और सशक्त राष्ट्र बनाना है।
प्रिय साथियों, आज़ादी का सही अर्थ तभी है, जब हर नागरिक को समान अवसर मिले, हर बच्चा शिक्षित हो, और हर हाथ को रोजगार मिले। हमें एकजुट होकर यह प्रण लेना चाहिए कि हम अपने देश की प्रगति में सक्रिय योगदान देंगे—चाहे वह शिक्षा, विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण या सामाजिक सेवा के क्षेत्र में हो।
आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम सभी यह संकल्प लें कि हम भारत को न केवल आर्थिक रूप से मजबूत बनाएँगे, बल्कि नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों में भी विश्व का अग्रणी राष्ट्र बनाएँगे।
वंदे मातरम! जय हिंद!
Independence Day Speech for Teachers/Principal in Hindi
आदरणीय सभी अतिथि, सहकर्मी शिक्षकगण, और प्रिय विद्यार्थियों,
आज का दिन हम सभी के लिए प्रेरणा का दिन है। स्वतंत्रता दिवस हमें न केवल इतिहास की गौरवगाथा सुनाता है, बल्कि यह याद भी दिलाता है कि स्वतंत्रता की रक्षा करना उतना ही आवश्यक है जितना उसे पाना।
हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें आज़ादी दिलाई, अब हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा, संस्कार, और देशभक्ति का मार्ग दिखाएँ।
“जहाँ सम्मान तिरंगे का है, वहीं सच्ची आज़ादी का वास है।”
प्रिय विद्यार्थियों, यदि हम अपने तिरंगे के सम्मान को बनाए रखना चाहते हैं, तो हमें ईमानदारी, अनुशासन और परिश्रम को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा। आप भारत का भविष्य हैं, इसलिए अपनी पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त करें, देश के कानूनों का पालन करें, और अपने आचरण से समाज के लिए प्रेरणा बनें।
आइए, हम सब मिलकर भारत को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने का संकल्प लें।
जय हिंद! जय भारत!