नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2014 को Make in India कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इस वर्ष भारत सरकार Make in India की 10वीं वर्षगांठ धूमधाम से मना रही है। इस अवसर पर सरकार एक विशेष 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी करने जा रही है, जो इस पहल की उपलब्धियों को रेखांकित करेगा।
Make in India क्या है
Make in India एक महत्वाकांक्षी उद्यम अभियान है, जिसे भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कंपनियों को भारत में Manufacturing Units स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया था। इस पहल का लक्ष्य भारत को Foreign Investment के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य बनाना और Economy के प्रमुख क्षेत्रों में Job Creation, Skill Development और Technology Advancement को बढ़ावा देना है।
स्मारक सिक्के की विशेषताएं
प्रसिद्ध मुद्राशास्त्री बीकानेर के सुधीर लुणावत के अनुसार, यह विशेष सिक्का कोलकाता टकसाल में तैयार किया जाएगा। सिक्के का कुल वजन 35 ग्राम होगा, जिसमें 50% चांदी, 40% तांबा, 5% निकल और 5% जस्ता का मिश्रण होगा।
सिक्के के एक तरफ मध्य भाग में शेर की उभरी हुई छवि होगी, जो Make in India का प्रतीक है। शेर के चित्र के ऊपरी परिधि पर हिंदी में और निचली परिधि पर अंग्रेजी में "Make in India की 10वीं वर्षगांठ" लिखा होगा। शेर के चारों ओर Science & Technology, Agriculture और Computer Technology को दर्शाने वाले आठ रंगीन चिन्ह होंगे। शेर के चिन्ह के नीचे वर्ष 2025 अंकित होगा।
सिक्के की दूसरी तरफ अशोक स्तंभ होगा, जिसके नीचे रुपये के प्रतीक चिन्ह के साथ मूल्यवर्ग 100 लिखा होगा। इसके दाएं और बाएं हिंदी व अंग्रेजी में "भारत" और "रुपये" लिखा होगा।
मेक इन इंडिया का महत्व
Make in India ने भारत को Global Manufacturing Hub के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस पहल ने विभिन्न क्षेत्रों में Investment और Innovation को बढ़ावा दिया है, जिससे Economic Growth को गति मिली है। 10वीं वर्षगांठ पर यह स्मारक सिक्का न केवल इस पहल की सफलता का प्रतीक है, बल्कि Coin Collectors और इतिहास प्रेमियों के लिए भी खास होगा।
यह सिक्का न केवल Make in India की उपलब्धियों को दर्शाएगा, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और तकनीकी विरासत को भी उजागर करेगा।