मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में जातिवाद की राजनीति एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंचती जा रही है। भिंड जिले में एक प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए आजाद समाज पार्टी के नेता श्री दामोदर यादव ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उनकी बात को आगे बढ़ते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री सत्येंद्र विद्रोही ने कहा कि जब जनता भूखी होती है तो सरकारें खा जाती है। तुम तो एक जिले के कलेक्टर हो। तुम्हारा तो पता हीं नहीं चलेगा।
भीम आर्मी की तरफ से कोई आपत्तिजनक बयान नहीं था
मामला भिंड जिले के मालनपुर में जमीनों के विवाद का है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, प्रभावशाली लोगों ने किसानों की जमीन पर षडयंत्र पूर्वक कब्जा कर लिया है और भिंड के कलेक्टर श्री संजीव श्रीवास्तव उनका संरक्षण दे रहे हैं। इस प्रदर्शन में मालनपुर के पीड़ितों के अलावा भिंड जिला और बाहर से आए हुए कुछ लोग भी शामिल थे। इस प्रदर्शन के दौरान भी भीम आर्मी का नाम लिया गया। प्रदर्शन में भीम आर्मी के संभागीय अध्यक्ष देशराज धारिया अपने समर्थकों के साथ उपस्थित थे परंतु उन्होंने कोई आपत्तिजनक बयान नहीं दिया।
ग्वालियर चंबल में कभी भी हिंसा की स्थिति बन सकती है
ग्वालियर चंबल संभाग में जिस प्रकार से बाहरी नेताओं का आना-जाना हो रहा है और विभिन्न मुद्दों के दौरान आपत्तिजनक बयान दिए जा रहे हैं। यह कानून और व्यवस्था की स्थिति के लिए चिंता की बात है। ग्वालियर में प्रशासन की कमजोरी के कारण पहले भी वर्ग संघर्ष हो चुका है। यदि इस बार ग्वालियर चंबल संभाग में स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया तो कभी भी हिंसा की स्थिति बन सकती है।