भारत के सरकारी बैंकों में सबसे ज्यादा फिक्स डिपाजिट होते हैं। लोग बड़े परिश्रम से कमाई गई धनराशि को सुरक्षा की दृष्टि से सरकारी बैंकों के सेविंग अकाउंट में जमा करते हैं और बाद में इस धनराशि को सुरक्षा की गारंटी का ध्यान रखते हुए सरकारी बैंक में फिक्स डिपाजिट कर देते हैं। सरकारी बैंकों को यह बात पता है इसलिए वह प्राइवेट बैंकों की तुलना में कम ब्याज देते हैं। हम आपको एक ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं। आपके अपने सरकारी बैंक में आपको फिक्स डिपॉजिट पर 41% रिटर्न मिलेगा।
सरकारी बैंक में फिक्स डिपाजिट के समय यह गलती सब करते हैं
सरकारी बैंक में जब आप फिक्स डिपाजिट करने जाते हैं तो एक गलती लगभग सभी लोग करते हैं। दरअसल इस गलती के लिए माहौल बनाएं दिया जाता है। बैंक में भीड़ होती है। बैंक के कर्मचारी आपकी जिज्ञासाओं का समाधान नहीं करते। केवल वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर देते हैं। दीवारों पर फिक्स डिपाजिट के पोस्टर लगे रहते हैं। आपको हमेशा सबसे ज्यादा ब्याज दर वाला फिक्स डिपाजिट बताया जाता है। बात सही हुई है, जहां ज्यादा ब्याज मिले इस योजना में फिक्स डिपाजिट करना चाहिए। यही गलती ज्यादातर लोग करते हैं, लगभग सभी लोग करते हैं।
सरकारी बैंक में फिक्स डिपाजिट करने का सबसे सही तरीका
सरकारी बैंक में जब अपन फिक्स डिपाजिट करने जाते हैं तो सबसे पहले यह देखते हैं कि कौन सी स्कीम है जिसमें किसी भी समय अचानक अपना पैसा वापस लिया जा सकता है। इस प्रकार के फीचर वाली सभी फिक्स डिपाजिट स्कीमों में, जिसमें सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा होता है उसमें डिपॉजिट कर देते हैं। जबकि आपको ध्यान रखना चाहिए कि फिक्स डिपाजिट का मतलब ही है, एक निश्चित समय के लिए डिपॉजिट कर देना। केवल उतनी सी धनराशि के फिक्स डिपॉजिट पर लिक्विडिटी पावर लेना चाहिए, जिसकी जरूरत अचानक पड़ सकती है। बाकी पूरा पैसा कम्यूलेटिव फिक्स्ड डिपॉजिट करना चाहिए।
कम्यूलेटिव फिक्स्ड डिपॉजिट क्या होता है
कम्यूलेटिव फिक्स्ड डिपॉजिट का मतलब होता है ऐसी फिक्स डिपॉजिट स्कीम जिसमें चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है। यानी आपको मिलने वाली ब्याज की धनराशि हर 3 महीने में आपके फिक्स डिपाजिट की धनराशि में शामिल कर दी जाती है और फिर ब्याज के ऊपर ब्याज मिलता है। इस प्रकार एक तरफ आपकी मूल राशि पर ब्याज मिलता है दूसरी तरफ ब्याज की राशि पर ब्याज मिलता है। यह फिक्स डिपाजिट जितने समय के लिए होता है उतना अधिक लाभ होता है।
सरल उदाहरण से समझते हैं
यदि आपने ₹100000 5 साल के लिए किसी भी सरकारी बैंक में कम्यूलेटिव फिक्स्ड डिपॉजिट कर दिए और ब्याज की दर 7% निर्धारित होती है। तो 5 साल बाद आपको ₹1,41,477.80 मिलेगा। शेयर बाजार वाली भाषा में कहेंगे तो यह आपके इन्वेस्टमेंट पर टोटल 41.48% रिटर्न होता है। जबकि यही ₹100000 आप 5 साल के लिए 7.25% वार्षिक ब्याज दर पर फिक्स डिपाजिट करते तो 5 साल बाद आपको सिर्फ ₹1,36,250 मिलते। अब आप खुद देख लीजिए आपके लिए कौन सी ब्याज दर ज्यादा फायदेमंद है।
आपको अपने सरकारी बैंक में जाकर आपको कम्यूलेटिव फिक्स्ड डिपॉजिट करना है। तब बैंक के कर्मचारी आपको सही फिक्स डिपॉजिट स्कीम बताएंगे।
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