NASA के वैज्ञानिकों ने चंद्रमा के पुत्र को पहचाना, डीएनए रिपोर्ट पब्लिश्ड - Space Science

Bhopal Samachar
हजारों साल पहले भी भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों द्वारा बिल्कुल इसी प्रकार से आम नागरिकों को अंतरिक्ष की जानकारी दी जाती थी जैसे कि, हमने इस समाचार के शीर्षक में दी है। ऋषियों ने पहले ही बता दिया है कि, चंद्रमा और अंतरिक्ष में भ्रमण कर रहे 27 नक्षत्रों के संबंध से कई पुत्रों का जन्म हुआ। आज से पहले तक यह एक काल्पनिक कहानी लगती थी परंतु NASA के वैज्ञानिकों ने चंद्रमा की एक पुत्र को पहचान लिया है। लगभग 1 साल की जांच के बाद डीएनए रिपोर्ट पब्लिश कर दी गई है। जिसे हम एक सामान्य एस्टेरॉइड मान रहे थे, असल में वह चंद्रमा का टुकड़ा है और पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। 

चंद्रमा की संतान के बारे में NASA की डीएनए रिपोर्ट पढ़िए

NASA के वैज्ञानिक भी अंतरिक्ष में दिखाई देने वाली प्रत्येक चीज का एक नाम रख देते हैं। पिछले साल एक यात्री बस के बराबर आकार का एस्टेरॉइड पृथ्वी के नजदीक से गुजरा था। वैज्ञानिकों ने उसे 2024 PT5 नाम दिया था। Lowell Discovery Telescope और NASA's Infrared Telescope Facility का उपयोग करते हुए, इस एस्टेरॉइड का अध्ययन किया। विश्लेषण के दौरान पाया गया कि यह एस्टेरॉइड Lunar Rocks (चंद्रमा के पत्थर) से बना हुआ है। सूर्य का प्रकाश इससे टकराकर बिल्कुल वैसे ही परावर्तित होता है जैसे चंद्रमा से होता है। इस प्रकार कंफर्म हो गया कि, 2024 में दिखाई दिया PT5 नाम का एस्टेरॉइड, एक्चुअल में Mini Moon है। इसकी उम्र हजारों साल है। अंतरिक्ष के जीवन के हिसाब से यह एक बालक अवस्था है। इस शोध का नेतृत्व खगोलशास्त्री टेडी करेटा (Astronomer, Teddy Kareta) ने किया। रिसर्च पेपर पब्लिश हो गया है। 

NASA ने डीएनए टेस्ट कैसे किया

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पास चंद्रमा का सैंपल पहले से मौजूद है। Apollo 14 mission के दौरान चंद्रमा के पत्थर कलेक्ट करके अमेरिका में ले गए थे। यह पत्थर आज भी NASA में रखे हुए हैं। एस्टेरॉइड नंबर 2024 PT5 का मिलन इन्हीं पत्थरों से किया गया। टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आया है। 

भारतीय वैज्ञानिकों को जन्म के समय ही पता चल गया था 

भारतीय वैज्ञानिक जिन्हें हम ऋषि कहते हैं। उन्हें हजारों साल पहले पता चल गया था कि चंद्रमा के टुकड़े अंतरिक्ष में बिखर रहे हैं और इसे पृथ्वी को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कथाओं के जरिए अशिक्षित नागरिकों को भी इसकी जानकारी दे दी थी। बता दिया था कि चंद्रमा का विवाह राजा दक्ष की 27 पुत्रियों से हुआ। यह सभी अंतरिक्ष में नक्षत्र के रूप में विद्यमान है। इनसे कई पुत्र उत्पन्न हुए। NASA के वैज्ञानिकों ने एस्टेरॉइड नंबर 2024 PT5 की पहचान करके चंद्रमा के विवाह और परिवार वाली कथा की पुष्टि कर दी है। आज एक मिल गया है, अब विश्वास पूर्व कहा जा सकता है कि भविष्य में और भी पुत्र मिलेंगे। और वह हर बात कंफर्म हो जाएगी जो इस कथा में लिखी गई है। 
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