मध्य प्रदेश की भोपाल पुलिस ने बिहार राज्य के पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में सोनवर्षा इलाके में रहने वाले श्री अशोक चौबे के 20 वर्षीय पुत्र श्री रंजन चौबे को गिरफ्तार किया है। भोपाल पुलिस का दावा है कि श्रीरंजन चौबे ने एक ऐसी वेबसाइट बनाई थी जिसके माध्यम से मात्र ₹20 में भारत का कोई भी व्यक्ति FAKE VOTER ID, AADHAAR CARD और PAN CARD बनाकर डाउनलोड कर सकता था। यह बिल्कुल असली जैसे दिखते थे। केवल बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के समय ही इनके नकली होने का पता चलता था।
मध्य प्रदेश राज्य साइबर पुलिस भारत में सबसे आगे
मध्य प्रदेश राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय भोपाल की ओर से बताया गया है। भारत के निर्वाचन आयोग ने समस्त राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को एक जानकारी भेजी थी जिसमें बताया गया था कि, किसी फर्जी वेबसाइट के माध्यम से VOTER ID CARD बनाए जा रहे हैं। राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय भोपाल को यह शिकायत दिनांक 30 मार्च 2024 को प्राप्त हुई। अपराध क्रमांक 43/2024 आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 एवं आईटी एक्ट की धारा 66 सी और 66 डी के तहत मामला दर्ज करके इन्वेस्टिगेशन शुरू की गई।
एक के बाद एक कनेक्शन निकलते हुए भोपाल पुलिस बिहार जा पहुंची, और पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में सोनवर्षा इलाके में रहने वाले श्री अशोक चौबे के 20 वर्षीय पुत्र श्री रंजन चौबे को गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकार मध्य प्रदेश राज्य साइबर पुलिस ने भारत के तमाम राज्यों की साइबर पुलिस की तुलना में गंभीरता और तेजी से काम किया।
एडवाइजरी - आप डार्क वेब का इस्तेमाल करें या फिर इंटरनेट की कोई भी ऐसी तकनीक, जो दावा करती है कि आपकी पहचान बदल दी जाएगी या छुपाई जा सकती है, बिल्कुल विश्वास ना करें और किसी भी प्रकार के अपराध की योजना ना बनाएं। इंटरनेट पर आप जो कुछ भी करेंगे साइबर पुलिस उसके बारे में बड़ी आसानी से पता कर लेगी। रंजन चौबे ने भी सोचा था कि, सब कुछ फूल प्रूफ है। किसी को पता नहीं चल पाएगा कि वह कौन है और कहां पर बैठा है।