CTET January 2024 EXAM में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं और अब आपको स्टडी की नहीं बल्कि प्रैक्टिस की ज्यादा जरूरत है। आज आप मात्र 2 मिनट में यह समझ जाएंगे की फर्स्ट पेपर और सेकंड पेपर में, फर्स्ट लैंग्वेज और सेकंड लैंग्वेज का कन्फ्यूजन कैसे दूर करें।
CTET PAPER 1 में 5 Sections आते हैं
1. CDP ( Child Development and Pedagogy) - 30 marks & 30 MCQs
2. Language 1 -30 marks & 30MCQs
3. Language 2- 30 marks & 30MCQs
4. Mathematics -30 marks & 30MCQs
5. Evs(Environmental Studies) - 30 marks & 30MCQs
CTET PAPER 2 में 5 Section आते हैं (पर सॉल्व 4 ही करना है)
1. CDP- 30 marks & 30MCQs
2. Language 1- 30 marks & 30MCQs
3. Language 2- 30 Marks & 30 MCQs
4. Mathematics & Science -30 marks & 30MCQs
Or
5. Social Science / Social Studies - 30 marks & 30MCQs
CTET में लैंग्वेज 1 और लैंग्वेज 2 का कन्फ्यूजन कैसे दूर करें
Test booklet में इन पांचों सब्जेक्ट का Sequence कुछ भी हो सकता है। CDP, Maths और Evs के questions को तो हम आसानी से पहचान जाते हैं परंतु प्रॉब्लम आती है लैंग्वेज 1 और लैंग्वेज 2 में, जो कि आपको paper 1 & 2 दोनों में होगी।
अगर आप ध्यान से अपना एडमिट कार्ड देखेंगे तो आप देख पाएंगे कि एग्जाम फॉर्म फिल करते समय आपने जो लैंग्वेज choose की थीं वही आपको अपने Admit Card में लिखी दिखाई देंगी। आपको उसी के हिसाब से पेपर में लैंग्वेज वाला Section सॉल्व करना है। यह तो यह बात तो काफी आसान सी है परंतु जब आपके हाथ में आपकी Test Booklet यानी एग्जाम पेपर होगा उस समय आपको यह बात आसान नहीं लगेगी। क्योंकि इसी लैंग्वेज के section में आपको 2 बार हिंदी और 2 बार इंग्लिश लैंग्वेज दिखाई देगी और उनके क्वेश्चन नंबर भी same ही होंगे। जिसके कारण आपको कंफ्यूजन क्रिएट होगा।
अगर आपने 1st लैंग्वेज हिंदी ली है तो इसकी पहचान है कि आपको हिंदी के थोड़े डिफिकल्ट से क्वेश्चन दिखाई देंगे क्योंकि फर्स्ट लैंग्वेज यानी ऐसी लैंग्वेज जिसमें आप परफेक्ट हैं और आपको पूरी तरह से आती है और अगर आपने Section में हिंदी को सॉल्व कर लिया है तो आपको अगले Section यानी Language 2nd में दूसरी लैंग्वेज ही सॉल्व करनी है, हिंदी नहीं।
अगर आपने 2nd लैंग्वेज इंग्लिश ली है तो इसकी पहचान यह है कि आपको इंग्लिश के थोड़े आसान क्वेश्चन दिखाई देंगे, हिंदी के कंपेरटिवली। इसी तरीके का अपोजिट Case Language 1st English और Language 2 हिंदी के लिए भी होगा।
साधारण तौर पर हिंदी मीडियम में पढ़ने वाले अभ्यर्थी फर्स्ट लैंग्वेज के तौर पर हिंदी और सेकंड लैंग्वेज के तौर पर इंग्लिश का चयन करते हैं, जबकि इंग्लिश मीडियम में पढ़ने वाले अभ्यर्थी फर्स्ट लैंग्वेज के तौर पर इंग्लिश और सेकंड लैंग्वेज के तौर पर हिंदी का चयन करते हैं परंतु आपको किसी की बात पर ध्यान नहीं देना है और आपने एग्जाम का फॉर्म भरते समय जो लैंग्वेज select की थी और जो आपके admit card पर लिखी हैं आपको उन्हीं में से अपना पेपर सॉल्व करना है।
CTET SPECIAL TIPS & TRIC - Exam के time पर अपने आप को Balance रखें
अगर पेपर आसान आ गया है और आपका पढ़ा हुआ आ गया है तो बहुत ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि गलती होने में समय नहीं लगता और अगर पेपर बहुत ज्यादा टफ आया है आपका पढ़ा हुआ बिल्कुल भी नहीं आया तो भी बहुत ज्यादा दुखी होने की जरूरत नहीं है क्योंकि ऐसा कई लोगों के साथ होता है। बस यह ध्यान रखें कि आपको 150 सर्कल हर हाल में डार्क करने हैं, क्योंकि CTET Exam में माइनस मार्किंग अभी तक नहीं होती है इसलिए कोशिश करें कि पेपर पूरा अटेम्प्ट करें।
CTET Paper 2 में Section 4 Or 5 में गलती करने से बचने के लिए आपको क्या करना है यह हम अगले आर्टिकल में बताएंगे। ✒ SHAILY SHARMA (CTET QUALIFIED)