कोरोनावायरस के जेएन.1 वैरिएंट को शुरुआत में गंभीरता से नहीं लिया गया था। माना जा रहा था कि पिछले कुछ वेरिएंट की तरह यह भी आम जनजीवन को प्रभावित नहीं कर पाएगा लेकिन ऐसा नहीं है। संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मरीजों की संख्या में हर रोज 2X की वृद्धि हो रही है। लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है। जो लोग किसी दूसरी बीमारी से ग्रस्त हैं, JN.1 से संक्रमित होने के कारण उनकी मृत्यु भी हो रही है। आइए, जानने की कोशिश करते हैं कि यह वेरिएंट कितना खतरनाक है और अपन को क्या सावधानी रखनी चाहिए।
कोरोनावायरस जे एन 1 वेरिएंट के लक्षण
भारत में इसके बारे में फिलहाल कोई रिसर्च और स्टडी रिपोर्ट नहीं है। सीनियर पल्मोनोलॉजिस्ट (श्वसन प्रणाली (respiratory system) के रोगों के उपचार हेतु विशेषज्ञ) डॉ रणदीप गुलेरिया का कहना है कि, यह एक सब वेरिएंट है और बहुत तेजी से फैल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में यह धीरे-धीरे मैन वेरिएंट में बदल रहा है। इसका शिकार लोग वायरल फीवर, खांसी, सर्दी, गले में खराश, नाक का बहाना और शरीर में दर्द से पीड़ित हो रहे हैं। डॉक्टर रणदीप का कहना है कि, स्वस्थ लोगों को यह वाइरस फिलहाल ज्यादा प्रभावित नहीं कर पा रहा है। अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति नहीं बनती है, परंतु जो लोग पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है उन्हें परेशानी हो रही है, क्योंकि इस वायरस के संक्रमण के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
कोरोनावायरस जे एन 1 वेरिएंट से बचने के लिए क्या करें
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि कोरोनावायरस के jn1 वेरिएंट से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क का पालन करें। इसे गंभीरता से लिंक क्योंकि यह विभिन्न देशों की जलवायु में, अपने रूप बदल रहा है। भारत में लोगों ने राज्य सरकार के आयुर्वेदिक विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया कोरोनावायरस वाला आयुर्वैदिक काढा खरीदना शुरू कर दिया है। सर्दी के मौसम में वैसे भी कोल्ड एंड कब से बचने के लिए आयुर्वैदिक काढा काफी फायदेमंद होता है। इसके कारण शरीर में मौजूद वायरस या तो मर जाते हैं या फिर शरीर के बाहर निकल जाते हैं। शरीर की इम्युनिटी बूस्ट होती है। मनुष्य का शरीर किसी भी वायरस के खतरे से लड़ने के लिए पहले से ज्यादा मजबूत हो जाता है।
पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें। ✔ यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।