मध्य प्रदेश के क्लर्क और उत्तर प्रदेश से कलेक्टर निकलते हैं - Civil services Trend पढ़िए

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भारत सरकार के लिए ब्यूरोक्रेट्स की नियुक्ति हेतु संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है। भविष्य की रणनीति के लिए सिविल सर्विसेज ट्रेंड की नियमित समीक्षा की जाती है। ताजा आंकड़े बताते हैं कि, अखिल भारतीय सेवाओं के लिए भारत देश को सबसे ज्यादा नौकरशाह उत्तर प्रदेश से मिलते हैं, जबकि मध्य प्रदेश बहुत पीछे है। यहां की उम्मीदवार क्लर्क के पद पर भर्ती होने के लिए जान लड़ा देते हैं। 

UPSC के जरिए किन सेवाओं में नियुक्ति मिलती है 

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से अखिल भारतीय सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन किया जाता है। इनमें इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (IAS), भारतीय पुलिस सर्विसेज (IPS) और भारतीय फॉरेन सर्विसेज (IFS), रेलवे ग्रुप ए (इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस) सहित सेवाएं शामिल है। इस परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। पूरे भारत से हर साल लाखों उम्मीदवार यूपीएससी की तैयारी करते हैं। भारत के हर माता-पिता का उनका बच्चा कम से कम एक बार अपनी पूरी क्षमता के साथ, कलेक्ट्री की परीक्षा जरूर दें। 

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में किस राज्य के उम्मीदवार सबसे ज्यादा सफल होते हैं 

  • उत्तर प्रदेश नंबर वन पर है। 2005 से 2022 तक हर परीक्षा में सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों की थी। इसके अलावा के वर्षों में उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों की संख्या दूसरे नंबर पर रही। 
  • ओवरऑल सेकंड नंबर पर तमिलनाडु का नाम आता है। सन 2007, 10, 14 और 15 में तमिलनाडु टॉप पर था। 
  • राजस्थान के उम्मीदवार भी रेस में बने हुए हैं। 2013 और 2021 में राजस्थान के उम्मीदवारों की संख्या सर्वाधिक थी। इसके अलावा के वर्षों में राजस्थान हमेशा टॉप फाइव में बना रहा। 
  • महाराष्ट्र और बिहार भी नंबर चार और नंबर पांच पर एक दूसरे का कंपटीशन बने हुए हैं। कभी-कभी नंबर तीन की ओर बढ़ते हुए दिखाई देते हैं। 
  • दिल्ली राज्य के उम्मीदवार भी नंबर पांच पर पोजीशन बनाए हुए हैं। 2015 के बैच में तो दिल्ली नंबर वन पर पहुंच गई थी। 
  • मध्य प्रदेश राज्य टॉप 10 में बना हुआ है। यहां सफल उम्मीदवारों की संख्या जीरो कभी नहीं होती लेकिन 10 से अधिक भी नहीं होती। सिर्फ 2021 के बैच में मध्य प्रदेश के 12 उम्मीदवार IAS चुने गए थे।
  • मध्य प्रदेश के लोग इस बात से संतोष कर सकते हैं कि गुजरात और पश्चिम बंगाल की स्थिति मध्य प्रदेश से भी ज्यादा खराब है। इन दोनों राज्यों में लोग अखिल भारतीय सेवाओं में जाना पसंद नहीं करते। पिछले 20 सालों में इन दोनों राज्यों से 5 से अधिक उम्मीदवार सफल नहीं हुए हैं। कुछ साल तो ऐसे हैं जब लिस्ट में इन राज्यों का नाम ही नहीं था।
  • सभी आंकड़े पिछले 18 साल के रिकॉर्ड पर आधारित हैं। 

मध्य प्रदेश में क्लर्क भर्ती के लिए जान लगा दी जाती है

मध्य प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले कोचिंग संस्थानों के विज्ञापनों पर ध्यान दें तो, समझ में आता है कि देशभर में निकलने वाली क्लर्क भर्ती परीक्षाओं के लिए, मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर तैयारी करवाई जाती है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले शिक्षकों में, ऐसे शिक्षकों की संख्या ज्यादा है जो क्लर्क भर्ती परीक्षा की पढ़ाई सफलतापूर्वक करवा पाते हैं। जनसंख्या के अनुपात में मध्य प्रदेश में सिविल सेवा की तैयारी करवाने वाले शिक्षकों की संख्या सबसे कम है। 

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