PhD full form से लेकर सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर FAQ यहां पढ़िए

भारत में PhD Meaning, पीएचडी की फुल फॉर्म Doctor of Philosophy (PhD full form in Hindi; डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) होती है लेकिन तब प्रश्न किया जा सकता है कि इसकी शॉर्ट फॉर्म PhD क्यों होती है, DPh क्यों नहीं होती। चलिए यह भी बताते हैं। 

Doctor of Philosophy का शॉर्ट फॉर्म PhD क्यों है DPh क्यों नहीं

सन 1150 से लेकर 18वीं शताब्दी तक पीएचडी एक सम्मान हुआ करता था। कुछ देशों और विश्वविद्यालयों में यह सर्वोच्च सम्मान था। मान्यता है कि पीएचडी की डिग्री सबसे पहले यूरोपीय यूनिवर्सिटी में शुरू हुई। यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका में इसकी शुरुआत 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में हुई। इससे पहले तक पीएचडी करने के लिए सबको यूरोप जाना होता था। लेटिन भाषा में PhD full name होता है Philosophiae Doctor, यही कारण है कि इस डिग्री का शॉर्ट फॉर्म PhD निर्धारित हुआ। क्योंकि यह दुनिया भर में लोकप्रिय और सम्मानित डिग्री है। इसकी मान्यता वर्ल्ड वाइड होती है, इसलिए सबने लेटिन भाषा के Philosophiae Doctor को अपनी भाषा में ट्रांसलेट कर लिया परंतु शॉर्ट फॉर्म PhD ही रहने दिया। 

PhD की History 

  • 1800 में यूरोपीय विश्वविद्यालय में PhD डिग्री की शुरुआत हुई। इससे पहले तक यह एक सम्मान था।
  • 1808 में फ्रांस में एक डिप्लोमा कोर्स को PhD क्या नाम दे दिया गया था। 
  • 1819 में रूस ने PhD को अपने देश की सर्वोच्च अकादमी डिग्री की मान्यता दी। 
  • 1885 में लंदन के एक स्कूल ने डीएससी नाम के एक कोर्स को PhD में ट्रांसफर कर दिया। 
  • सन 1900 में कैनेडा ने PhD को अपने देश की सर्वोच्च डिग्री की मान्यता दी। 
  • मानव PhD की शुरुआत कब और कहां से हुई इसका किसी को कुछ नहीं पता। 

PhD Duration- पीएचडी कितने साल का कोर्स होता है 

भारत में पीएचडी 3 साल कुछ होता है लेकिन इसे 3 साल में पूरा करना बाध्यता नहीं होती। यदि विद्यार्थी चाहे तो इसे 6 साल में पूरा कर सकते हैं। क्योंकि पी एच डी में कैंडिडेट को रिसर्च और थीसिस करने होते हैं। इसमें काफी समय लगता है इसलिए कोर्स की अवधि को 3 से 6 साल के बीच निर्धारित किया है। ताकि रिसर्च में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी ना हो। 

PhD Eligibility- पीएचडी के लिए योग्यता

भारत में पीएचडी के लिए ग्रेजुएशन अनिवार्य है। ज्यादातर कैंडीडेट्स पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद पीएचडी करते हैं। ग्रेजुएशन में औसत न्यूनतम प्राप्तांक 55% अनिवार्य है। इसके अलावा अब पीएचडी के लिए एंट्रेंस एग्जाम भी होने लगे हैं। उसे भी क्लियर करना पड़ता है। 

दुनिया की सबसे बड़ी डिग्री कौन सी है 

दुनियाभर में मान्यता प्राप्त एवं दुनिया की सबसे बड़ी डिग्री PhD है। यह एकमात्र ऐसा डिग्री कोर्स है जिसका शॉर्ट फॉर्म पूरी दुनिया में एक ही है जबकि फुल फॉर्म का ट्रांसलेशन अलग-अलग है। 

12वीं के बाद पीएचडी कैसे करते हैं 

कक्षा 12 हाई सेकेंडरी परीक्षा पास करने के बाद पीएचडी के लिए एंट्रेंस एग्जाम नहीं दे सकते। कक्षा 12 के बाद आपको ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करना होगा। इसके अलावा पीएचडी के लिए कोई विकल्प नहीं है। 

क्या मैं भारत में 1 साल में पीएचडी पूरा कर सकता हूं 

एपेक्स यूनिवर्सिटी सिंगल सेटिंग पीएचडी डिग्री कोर्स का संचालन करती है। यह 1 साल का डिग्री कोर्स है। यूनिवर्सिटी का दावा है कि उसे यूजीसी, डीईबी और एमएचआरडी द्वारा मान्यता प्राप्त है। हालांकि हमारे पास ऐसी कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं है, जो यह प्रमाणित करती होगी इनकी पीएचडी डिग्री को वर्ल्ड वाइड वही सम्मान प्राप्त है या नहीं। 

PhD Benefits - पीएचडी डिग्री के फायदे

भारत में PhD का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में सीधे शामिल हो सकते हैं लेकिन PhD का मूल फायदा विश्व स्तरीय होता है। यदि आप विदेशों में काम करना चाहते हैं तो PhD की डिग्री आपको स्पेशल बनाती है और ज्यादा अवसर उपलब्ध कराती है।

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