भोपाल। राजधानी भोपाल के कोलार थाना क्षेत्र की कावेरी कालोनी में किराए के कमरे में रह रहे इंजीनियरिंग के छात्र की डेड बॉडी फांसी के फंदे पर झूलती हुई मिली है। मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव लगभग चार दिन पुराना हो जाने के कारण सड़–गल गया था। शुभम परिवार का इकलौता बेटा था। उसके पिता राजेश शर्मा छपरा के न्यायालय में काम करते हैं।
भोजनालय वाला उधारी के पैसे मांगने आया तब पता चला
कोलार थाना पुलिस के मुताबिक मूलत: छपरा, बिहार निवासी 23 वर्षीय शुभम पुत्र राजेश शर्मा एक निजी कालेज में बीई प्रथम वर्ष का छात्र था। वह कावेरी कालोनी में बिहार के अन्य छात्रों के साथ किराए के कमरे में रहता था। उसके दोस्त वर्तमान में बिहार गए हुए थे। इस वजह से वह फिलहाल अकेला रह रहा था। उसके घर के पास ही बिहार निवासी विशाल कुमार का भोजनालय है। रोजाना खाना खाने के कारण विशाल की शुभम से दोस्ती भी हो गई थी।
कुछ दिन पहले शुभम ने विशाल से चार हजार रुपये उधार भी लिए थे। 3 अप्रैल के बाद शुभम दिखाई नहीं दिया। विशाल ने कई बार फोन लगाया तो शुभम ने फोन नहीं उठाया। चिंता होने पर वह शुक्रवार दोपहर शुभम को देखने उसके कमरे पर चला गया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। कमरे के बाहर दुर्गंध आ रही थी। अनहोनी की आशंका भांपकर उसने मकान मालिक और पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया, तो अंदर शुभम का शव फांसी पर लटका मिला। शव पुराना होने के कारण सड़–गल गया था।
शुभम के नाना मिसरोद और ताऊ, छोला मंदिर क्षेत्र में रहते हैं। घटना की सूचना मिलने पर वे लोग मौके पर आ गए थे। कमरे की तलाशी लेने पर पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इकलौते बेटे की मौत के सदमे में रहने के कारण पिता भी पुलिस को कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि पिता के बीमार रहने के कारण शुभम के पास घर से रुपये नहीं आ पा रहे थे। दोस्त भी बिहार चले गए थे। अकेले रह रहा शुभम आर्थिक रूप से काफी तंग हो गया था। संभवत: इस वजह से उसने इस तरह का कदम उठा लिया।