DAVV NEWS- परीक्षा का टाइम टेबल MPPSC जैसा मत बनाना, PEB का ध्यान रखना, स्टूडेंट्स की अपील

Devi Ahilya Vishwavidyalay, indore के स्टूडेंट्स ने कुलपति डॉ रेणु जैन से मुलाकात करके निवेदन किया है कि परीक्षाओं का टाइम टेबल MPPSC की तरह मत बनाना। कर्मचारी चयन मंडल द्वारा अगले 3 महीने में कई परीक्षाएं आयोजित की गई हैं। अपने टाइम टेबल में उन परीक्षाओं की तारीखों का ध्यान रखना। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पटवारी परीक्षा के दिन राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 की तारीख निर्धारित कर दी और अब बदलने के लिए तैयार नहीं है। 

DAVV बीएड-पटवारी की परीक्षाएं साथ-साथ

विद्यार्थियों का कहना है कि बीते तीन महीनों के भीतर विश्वविद्यालय और व्यापमं की कई परीक्षाओं की तारीख आपस में टकराई है। इस बार बीएड-पटवारी की परीक्षाएं साथ-साथ होने जा रही है। विद्यार्थियों के सामने असमंजस की स्थिति बनी है। विश्वविद्यालय को अब प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड (पीईबी) के कैलेंडर को ध्यान में रखकर अपनी परीक्षाओं की तारीख घोषित करना चाहिए। मामले में कुलपति डा. रेणु जैन ने तुरंत अधिकारियों को निर्देश दे दिए।

परीक्षा नियंत्रक, समस्या का समाधान नहीं करते

दरअसल, बीएड फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं 15 से 20 मार्च के बीच रखी है। इस बीच पीईबी की पटवारी की परीक्षा भी होने वाली है। सैकड़ों विद्यार्थी दोनों परीक्षा में सम्मलित होंगे। ऐसे में उन्हें एक परीक्षा छोड़ना पड़ रही है। कुछ विद्यार्थियों ने बीएड फर्स्ट सेमेस्टर के 20 मार्च का पेपर आगे बढ़ाने की गुहार लगाई थी। मगर परीक्षा नियंत्रक डा. एसएस ठाकुर ने साफ मना कर दिया।

जनवरी की परीक्षा मार्च में करा रहे हैं, सॉरी भी नहीं बोलते

इस मामले में युवक कांग्रेस ने कुलपति डा. रेणु जैन से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि नियमानुसार बीएड की परीक्षा जनवरी में करवाई जानी थी, लेकिन पाठ्यक्रम दो महीने पिछड़ चुका है। मार्च में परीक्षा रखी है। मगर पटवारी की वजह से परीक्षा में संशोधन किया जाए। उन्होंने कहा कि तीन महीने बीतने के बावजूद विधि और प्रबंधन पाठ्यक्रम के रिजल्ट नहीं घोषित हुए हैं।

परीक्षा नियंत्रक 12:00 बजे के बाद आते हैं, सीसीटीवी चेक कराइए

प्रदर्शन के दौरान युवक कांग्रेस ने परीक्षा नियंत्रक डा. एसएस ठाकुर पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण नहीं किया जाता है। उन्हें कई बार विश्वविद्यालय के चक्कर लगवाए जाते हैं। यहां तक वे समय पर भी विश्वविद्यालय में नहीं पहुंचते हैं। रोजाना दोपहर 12 बजे बाद अपने कक्ष में आते हैं। मामले में परीक्षा नियंत्रक डा. ठाकुर का कहना है कि सारे आरोप बिलकुल गलत है। कुलपति डॉक्टर रेणु जैन का कहना है कि वह परीक्षा नियंत्रक से बात करेंगी परंतु यदि सच में समस्या का समाधान करना है तो आरोप का सत्यापन किया जाना चाहिए। पिछले 1 महीने का सीसीटीवी रिकॉर्ड चेक किया जाना चाहिए। डॉ ठाकुर कितने बजे आते हैं और कितने बजे जाते हैं। 

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