NCERT 12 th - Unit 5 part 7 - समष्टि पारस्परिक क्रियाऐं - Population Interaction

Bhopal Samachar
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क्या आप जानते हैं कि पृथ्वी पर ऐसा कोई भी प्राकृतिक आवास नहीं है जहां केवल एक ही जाति (Species)रहती हो। यह परिस्थिति अकल्पित है। किसी भी जाति के लिए कम से कम एक और जाति की आवश्यकता जरूर होती है, जिसको कि वह भोजन के रूप में ले सके। 

हरे पौधे तो अपना भोजन स्वयं बना लेते हैं परंतु वह भी अकेले जीवित नहीं रह सकते। यानी कि हर एक जीव-जंतु और पेड़-पौधों को जीवित रहने के लिए किसी ना किसी दूसरे जीव की आवश्यकता जरूर होती है। तो कभी इनके बीच में सहोपकारिता (Mutualism) होती है, तो कभी स्पर्धा (Comptition), कभी परभक्षण (Predation) तो, कभी परजीविता (Parasitism), कभी सहभोजिता (Commensalism), तो कभी अंतरजातीय परजीविता (Ammensalism)।

जब एक ही जाति के दो जीव आपस में क्रिया करते हैं तो इसे अंतरजातीय संबंध (Intraspecies Relations) कहा जाता है, जबकि जब दो अलग-अलग जाति के जीव जंतु एक दूसरे को प्रभावित करते हैं तो इसे अंतर्जातीय संबंध (Interspecies) कहा जाता है।

Common Example to Understand 

जब एक ही जाति के लोगों के बीच शादी या विवाह होता है तो उसे इंटराकास्ट मैरिज (Intracast marriage) कहा जाता है। जबकि जब दो विभिन्न जाति के लोगों के बीच शादी या विवाह होता है तो इसे इंटरकास्ट मैरिज (Intercast marriage) कहा जाता है।

तो चलिए सबसे पहले फायदे की बात समझते हैं जो है

सहोपकारिता यानी म्युचुअलिज्म (Mutualism)

यह एक ऐसा संबंध है, जिसमें दोनों ही जातियों को लाभ होता है और यह दोनों ही जातियां, सह-विकास (Co- evolution) एवं सह-विलुत्पन (Co-extinction) दर दर्शाती हैं। इसके कुछ साधारण उदाहरण जैसे- लाइकेन (शैवाल+कवक) माईकोराइजा (कवक+उच्च श्रेणी के प्लांटस) आदि हैं। 

परंतु सहोपकारिता के सबसे शानदार और विकास की दृष्टि से सबसे लुभावने उदाहरण पादप-प्राणी संबंध में पाए जाते हैं। इसके मुख्य उदाहरण- अंजीर और बर्र (Fig and Wasp), ऑफरस और मधुमक्खि (Ophrus & Bee) शामिल है।

1. Fig & Wasp - 

अंजीर (Fig) के पेड़ों की अनेक जातियों में बर्र (wasp) की  परागणकारी (Pollinator) जातियों के बीच मजबूत संबंध होता है। जिसका अर्थ है कि कोई दी गई अंजीर जाति केवल इसके साथी बर्र जाति से ही परागित (Pollinate) हो सकती है बल्कि दूसरी जाति से नहीं। 

इसी कारण इन दोनों जातियों का एक साथ होना जरूरी है और अगर इन में कोई परिवर्तन आता है तो वह परिवर्तन दूसरी जाति को भी प्रभावित करता है। इसी कारण यह 
सह-विकास (Co-evolution) एवं सह-विलुत्पन (Co-extinction) को दर्शाते हैं।

2.Ophrus & Bee- 

Ophrus flower का petal बिल्कुल Female Bee की तरह दिखाई देता है, जिसके कारण Male bee भी उसके साथ कूटमैथुन (Psedocopulation) करता है। इस कारण परागकण (Pollengrain)  कहीं भी चिपक जाते है। जब एक जाति में कोई परिवर्तन होगा तो दूसरी जाति में भी देखने को मिलेगा। जो कि सह-विकास (Co-evolution)  को दर्शाता है।

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