भोपाल। पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश द्वारा गंजबासौदा स्पेशल 26 कांड में लोकायुक्त संगठन भोपाल के कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक योगेश कुरचानिया को कार्यमुक्त करने के बाद सस्पेंड कर दिया गया। बताया गया है कि पीएचयू की प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में पाया गया है कि गंजबासौदा स्पेशल 26 कांड में डीएसपी योगेश, टीम को लीड कर रहे थे और घटनास्थल पर मौजूद थे। वहीं तीसरे व्यक्ति थे जो घटनास्थल से भाग गए थे।
कार्यवाहक डीएसपी योगेश कुरचानिया निलंबित
पुलिस मुख्यालय मध्यप्रदेश, भोपाल से जारी आदेश में बताया गया है कि दिनांक 6 फरवरी 2023 को श्री योगेश कुरचानिया, कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक, विपुस्था, लोकायुक्त संगठन भोपाल से कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक, पुलिस मुख्यालय, भोपाल पदस्थ किया गया था एवं पुलिस अधीक्षक, विपुस्था, लोकायुक्त कार्यालय, भोपाल संभाग भोपाल द्वारा दिनांक 10.2.2023 को कार्यमुक्त किया गया है।
पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश, भोपाल के हस्ताक्षर से जारी आदेश में लिखा है कि, दिनांक 10.2.2023 को थाना बासौदा देहात जिला विदिशा में फरियादी हरिओम भावसार की ओर से पंजीबद्ध अपराध क्र-47/2023 धारा 467, 419, 384, भादवि में श्री योगेश कुरचानिया कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक की संलिप्तता पाई गई है। अतः श्री योगेश कुरचानिया, कार्यवाहक उप पुलिस अधीक्षक, का आचरण मध्य प्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम-1965 के नियम 3(1) के उप नियम (एक) तथा (दो) के विपरीत होने के कारण मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम-9 (1) (क) (ख) के अन्तर्गत निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुये तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
हरिओम भावसार गंजबासौदा स्पेशल 26 मामला क्या है
मामला दर्ज कराते समय नागरिक बैंक के प्रबंधक हरिओम भावसार ने बताया कि शाम के समय बैंक बंद कर अपने घर पहुंचा था, तभी एक शख्स मेरे पास आया कहने लगा कि साहब कार में बैठे हैं। आपसे चर्चा करना चाहते हैं। मैं कार के पास गया। उस कार में 2 लोग और बैठे थे। उनमें से एक व्यक्ति ने अपने आप को डीएसपी लोकायुक्त योगेश कुरचानिया बताया। वह मुझसे कहने लगे कि आपके खिलाफ लोकायुक्त में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत आई है।
दो को पकड़कर पुलिस को सौंपा, एक व्यक्ति भाग गया था
भावसार ने बताया कि आरोपियों ने उनसे कहा- आय से अधिक संपत्ति के मामले में आपकी गिरफ्तारी हो सकती है। उसी मामले में चर्चा करने आए हैं, कुछ ले-देकर मामला निपटा लो। प्रबंधक भावसार ने उनसे कहा कि उस मामले में जांच हो चुकी है। उसके दस्तावेज मैं बता सकता हूं। यह सुनकर आरोपी इधर-उधर की बातें करने लगे। उनकी बातों से भावसार को उनपर शक हुआ। जैसे ही वहां मैनेजर के कुछ दोस्त आए और उनसे पूछताछ शुरू की तो वे फर्जी अधिकारी भागने लगे। तब उनमें से 2 लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मैनेजर ने बताया कि एक व्यक्ति मौके से भाग गया है।
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह डीएसपी योगेश कुरचानिया के साथ आए थे
आरोपी अपने साथ पिस्टल भी लेकर आए थे। ये लोग कार (एमपी 09 सीएम 0029) से आए थे, जिस पर हाईकोर्ट लिखा हुआ था। जिन 2 लोगों को देहात थाने में सौंपा गया, उनमें से एक ने अपना नाम रामेश्वर प्रसाद मालवीय तो दूसरे ने निकेत शर्मा बताया है। इन दोनों ने पुलिस को बताया है कि वे डीएसपी योगेश कुरचानिया के साथ गंजबासौदा एक मामले की तामील लेकर आए थे। पुलिस ने उनकी बात के आधार पर जांच की तो लोकायुक्त कार्यालय से जुड़े हुए नहीं थे। पुलिस ने रामेश्वर मालवील और निकेत शर्मा के खिलाफ 419, 384, 467 के तहत मामला दर्ज किया है।
रामेश्वर मालवीय उद्यानिकी विभाग में कर्मचारी, निकेत शर्मा कार का मालिक
एएसपी समीर यादव ने बताया कि दोनों ठग भोपाल के रहने वाले हैं। एक आरोपित रामेश्वर मालवीय उद्यानिकी विभाग में कर्मचारी है। निकेत शर्मा उसी कार का मालिक है, जिससे वह गंजबासौदा आए थे। गंजबासौदा पुलिस ने बताया कि इन्होंने मैनेजर से पैसों की मांग की थी। इनके पास फर्जी दस्तावेज पाए गए हैं।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है।