Bhopal Samachar karmchari- आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने मप्र के कई जिलों में प्रदर्शन किया

भोपाल
। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने आज मध्य प्रदेश के कई जिलों में प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी मांगों को दोहराते हुए एक बार फिर कलेक्टर एवं स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने एक बार फिर दोहराया कि पुरानी पेंशन की मांग जोर पकड़ रही है और जरूरत पड़ी तो एक बार फिर पुरानी पेंशन के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा। 

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की प्रमुख मांगे

1. अध्यापक शिक्षक संवर्ग को भी अंशदाई पेंशन के स्थान पर अन्य शिक्षक संवर्ग की भांति पुरानी पेंशन दी जावे।
2. विगत वर्षों में दिवंगत अध्यापक शिक्षक संवर्ग के परिवार के सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जावे 
3 .2006, 2007, 2008 एवं 2009 में नियुक्त अध्यापक शिक्षक थी प्रथम क्रमोन्नत वेतनमान/ समयमान वेतनमान एवं 1998 और 2001 में नियुक्त अध्यापक शिक्षक संवर्ग के द्वितीय क्रमोन्नत वेतनमान/ समयमान वेतनमान के आदेश जारी किए जावे। 
4.अध्यापक शिक्षक संवर्ग को ग्रेजुएटी का लाभ दिया जावे। 12 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके अध्यापक शिक्षक संवर्ग के क्रमोन्नति के आदेश जारी किए जावे।
5. गुरुजी संवर्ग के अध्यापक शिक्षक संवर्ग को भी शिक्षा गारंटी शाला से शासकीय प्राथमिक शाला में उन्नत दिनांक से वरिष्ठता का लाभ प्रदान किया जावे (उक्त लाभ छत्तीसगढ़ में गुरुजी संवर्ग को दिया गया है)।
6. समस्त शासकीय कर्मचारियों की प्रतिवर्ष 1 अप्रैल की स्थिति में समस्त विभागों और नियुक्ति कर्ता अधिकारियों द्वारा अपने कर्मचारियों की आपसी वरिष्ठता सूची का प्रकाशन नहीं किया गया है जिसे अविलंब प्रकाशित करवा कर अध्यापक शिक्षक संवर्ग की पदोन्नति के लिए रिक्त 50% पदों पर पदोन्नति की जावे।
7. अध्यापक शिक्षक संवर्ग को भी केंद्र के समान महंगाई भत्ता दिया जावे।
8. 2006 में नियुक्त अध्यापक शिक्षक संवर्ग के छठवें वेतनमान की विसंगति दूर की जावे।
9. उच्च पदों की योग्यता प्राप्त अनुभवी अध्यापक शिक्षक संवर्ग को उच्च माध्यमिक शिक्षक से प्राचार्य पद पर, माध्यमिक शिक्षक को उच्च माध्यमिक शिक्षक या प्रधानाध्यापक पद पर एवं प्राथमिक शिक्षक को माध्यमिक शिक्षक या प्राथमिक शाला प्रधानाध्यापक के पद पर पदोन्नत की जावे।
10.प्रतिनियुक्ति पर जनजाति कार्य विभाग में आए प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों को जनजाति कार्य विभाग में मर्ज किया जावे।
11. शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य में ना लगाया जावे एवं शासकीय अवकाश के दिनों में प्रशिक्षण आयोजित ना किए जावे।


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