मुंबई। भारत सरकार के रेल मंत्रालय के लिए लेवल 1 ग्रुप-D भर्ती परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है। ओबीसी कैंडीडेट्स का कहना है कि परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी है। अधिसूचना का उल्लंघन किया गया है। ओबीसी कैंडीडेट्स के अधिकारों की सीट अप्रेंटिस को दे दी गई है। इस रिजल्ट निरस्त करके, रिवाइज्ड रिजल्ट जारी किया जाना चाहिए।
भारत सरकार रेलवे मंत्रालय द्वारा लेवल 1 ग्रुप-D का नोटिफिकेशन 23-02-2019 को जारी किया था। जिसमें आवेदन की तिथि 12-03-2019 से 12-04-2019 तक की थी। इसकी परीक्षा लगभग तीन साल बाद 17-08-2022 से 11-10-2022 तक चली। इसके physical efficency test का रिजल्ट 23-12-2022 को दिया गया जिसमे लगभग 21000 उम्मीदवार को shortlist किया गया।
यहाँ टोटल vacancy 9345 थी जिसमें OBC-2656 थी। इसमें से 20% सीट CCA (aprentice) वालों को देना था जो कि 531 होती हैं, परंतु ऐसा न करके सेंट्रल रेलवे मुंबई में 1250 सीट अप्रेंटिस वालों को दी है। परीक्षा से पहले जारी ऑफिशल नोटिफिकेशन में 20% का ही प्रावधान किया गया था। इससे ओबीसी वाले कैंडिडेट को नुकसान हो गया है और योग्य होने के बावजूद सिलेक्शन से वंचित हो गए हैं।
फाइनल मेरिट का कटऑफ ओबीसी का 67.25 चला गया जो कि पहले 58.15 था। लगभग 9.10 बढ़ गया है। जबकि हनुमानता की कट ऑफ 65 के आसपास रहेगा। सेंट्रल रेलवे मुंबई को result revised करके फिर से जारी करना चाहिए जिससे ओबीसी के योग्य उम्मीदवारों को नौकरी मिल सके।
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