भोपाल। पश्चिम के समुद्र से मावठ के बादल मध्य प्रदेश की तरफ बढ़ रहे हैं। वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि 5 या 6 जनवरी को यह बादल मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर जाएंगे। उसके 24 घंटे के भीतर जबलपुर से भोपाल तक सीधी लाइन में और इसके आसपास जितने भी इलाके पड़ते हैं, सबके आसमान पर घने बादल छा जाएंगे। मावठ की बारिश होगी या ओले गिरेंगे इसका पता 3-4 जनवरी के आसपास चल पाएगा।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान- तापमान 5 डिग्री के आसपास चला जाएगा
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जबलपुर, नर्मदा पुरम, बैतूल और भोपाल की कुछ इलाकों में मावठ की बारिश होना लगभग सुनिश्चित है, लेकिन ओलावृष्टि भी हो सकती है। इस तरह का मौसम कम से कम 2 दिन तक रहेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण पूरे मध्यप्रदेश का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाएगा। इंदौर और उज्जैन को छोड़कर लगभग पूरे मध्यप्रदेश में तापमान 5 डिग्री के आसपास हो सकता है। कुल मिलाकर नए साल का पहला सप्ताह मध्य प्रदेश के मौसम को बड़े पैमाने पर प्रभावित करेगा।
मध्य प्रदेश में शीतलहर और कड़ाके की ठंड कब से
इस प्रश्न का सटीक उत्तर नहीं दिया जा सकता। दिसंबर के महीने में मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान गलत साबित हो चुका है। एक चीज स्पष्ट है कि जब हिमालय में भारी मात्रा में बर्फबारी होगी। उसके बाद ही उत्तर से आने वाली हवाओं में नमी आएगी और मध्य प्रदेश में शीतलहर एवं कड़ाके की ठंड का अनुभव होगा। इसलिए हिमालय के मौसम पर नजर रखना चाहिए। पुराने अनुभव बताते हैं कि हिमालय में बर्फबारी के तीसरे दिन उसकी हवाएं मध्य प्रदेश के चंबल संभाग में असर दिखाती है।