भोपाल। ग्वालियर चंबल संभाग में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं की संख्या सामान्य और अनुमान से अधिक हो गई है। नतीजा पावरफुल पॉलीटिशियंस एक दूसरे की टेरिटरी में इंटरफेयर करने लगे हैं। इसी के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरोत्तम मिश्रा के बीच कोल्ड वार शुरू हो गई है।
मध्य प्रदेश की राजनीति में इसके बारे में सबको पता था लेकिन अब सब कुछ खुलेआम होने लगा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया कैंप के सभी मंत्रियों ने मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के प्रवक्ता एवं मध्य प्रदेश शासन के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा की तरफ से आने वाले पत्रों पर रिस्पांस करना बंद कर दिया है। दूसरे शब्दों में कहें तो शिवराज सिंह चौहान सरकार में सिंधिया गुट ने डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा का बहिष्कार शुरू कर दिया है।
कहानी डबरा से शुरू हुई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने से पहले डबरा नरोत्तम मिश्रा की टेरिटरी में आता था परंतु सिंधिया के शामिल होने के बाद टेरिटरी की लड़ाई शुरू हो गई। एक टीआई की पोस्टिंग को लेकर डबरा की पूर्व विधायक एवं वर्तमान में दर्जा मंत्री इमरती देवी ने नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ पूरी लड़ाई शुरू कर दी। यह लड़ाई इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक तमाम मंत्री इमरती देवी के समर्थन में नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ खड़े नजर आ रहे हैं।
इस लड़ाई में किसकी हार और किसकी जीत होगी यह तो भविष्य में पता चल ही जाएगा परंतु भाजपा को नुकसान होगा यह बिल्कुल सुनिश्चित है।
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