MP NEWS- हरदा में 2 क्लर्क बर्खास्त, पति-पत्नी ने मिलकर किया 43 लाख का घोटाला

भोपाल समाचार
। मध्यप्रदेश में इन दिनों पति-पत्नी द्वारा संयुक्त रूप से गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। मंडला में बेटे को अतिथि शिक्षक बताकर वेतन निकालने का मामला चर्चा में है। इसी बीच हरदा में लिपिक वर्ग के एक महिला एवं एक पुरुष कर्मचारी को बर्खास्त किया गया है। रिश्ते में दोनों पति-पत्नी है। दोनों के खिलाफ 43 लाख रुपए का घोटाला प्रमाणित हुआ है। 

जिला सहकारी बैंक के सीईओ आर के भदौरिया ने जिला सहकारी बैंक खिरकिया शाखा में पदस्थ ज्ञानेश्वर काले व उनकी पत्नी बैंक की मुख्य शाखा में कैशियर के पद पर कार्यरत भावना काले को जांच के दौरान आर्थिक अनियमितता का दोषी पाया गया है।

28 नवंबर को जारी आदेश में बर्खास्त लिपिक ज्ञानेश्वर काले ने फर्जी इनवॉइस के जरिए बालाजी समिति के खाते में राशि जमा की थी।जिसे निकालने में उनकी पत्नी भावना काले ने मदद की थी।वर्ष 2005 में हुए इस बहु चर्चित मामले में सात साल बाद कोई कार्रवाई हुई है।

वही पूर्व में इस प्रकरण में थाने में एफआईआर भी दर्ज हुई है।जांच में सामने आया कि ज्ञानेश्वर ने 12 जनवरी 2015 को 43 लाख 5 हजार रुपए का क्रेडिट कैश मेमो जारी हुआ। इसका समायोजन जिला सहकारी बैंक की हरदा मुख्य शाखा में 14 जनवरी 2015 को समायोजन हुआ।

जांच में क्रेडिट मेमो फर्जी पाया गया।इस पर शाखा प्रबंधक के हस्ताक्षर नहीं मिले। इस मामले की जांच में दोषी पाए जाने के बाद लिपिक हो पति-पत्नी को बर्खास्त कर दिया है। 

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