इंदौर। अंग्रेजी भाषा में कमजोर होने के कारण डिप्रेशन में गई है 18 साल की एक लड़की ने आत्महत्या कर ली। वह एयर होस्टेस बनना चाहती थी। कोचिंग भी कर रही थी। इंटरव्यू के लिए कॉल भी आ गया था। शनिवार को इंटरव्यू होना था और शुक्रवार को उसने अपना जीवन समाप्त कर लिया।
अंग्रेजी की कोचिंग ज्वाइन करने के बाद भी भाषा नहीं सुधरी
इंदौर शहर के हीरा नगर थाना पुलिस के मुताबिक मामला न्यू गौरी नगर का है। यहां रहने वाली किशोरी शैली (उम्र 18 वर्ष) पिता संतोष बैस ने शुक्रवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह एबी रोड स्थित एक निजी संस्थान में बड़ी बहन के साथ एयर होस्टेस की तैयारी कर रही थी। कुल तीन बहनों में वह दूसरे नंबर की थी। अंग्रेजी भाषा में थोड़ी कमजोर थी। इंग्लिश को बेहतर करने के लिए हाल ही में उसने इंग्लिश लैंग्वेज की कोचिंग ज्वाइन कर ली थी।
लास्ट कॉल छोटी बहन को, इंटरव्यू और इंग्लिश लैंग्वेज की बात की
शनिवार को उसका संस्थान में इंटरव्यू था। प्लेसमेंट के लिए कोई कंपनी आने वाली थी। जिसकी तैयारी में वो जुटी थी। शुक्रवार को घटना से पहले उसकी छोटी बहन के साथ बातचीत हुई थी। इंटरव्यू और इंग्लिश को लेकर भी उसने बात की और बाद में ऊपर कमरे में चली गई। मां ने कुछ देर के बाद उसे आवाज लगाई लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। बाद में ऊपर कमरे में जाकर देखा तो वह पंखे से फांसी के फंदे पर लटकी थी। उसे नीचे उतारने के साथ ही परिजनों ने हीरा नगर पुलिस को घटना की सूचना दी।
खबर का सबक
पढ़ाई महत्वपूर्ण होती है और उस पर शुरुआत से ही ध्यान देना चाहिए। जब वक्त आएगा तब देखा जाएगा, वाले लोग अक्सर पिछड़ जाते हैं। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बातें यह है कि कोई भी चांस, लास्ट चांस नहीं होता। प्रॉब्लम से भागना कायरता है। 21वीं सदी में शक्तिशाली उसे कहते हैं जो अपनी प्रॉब्लम से लड़ता है और जीत कर दिखाता है।