भोपाल। जनता के लिए सरकार का मतलब सरकार होता है। उसके तमाम विभागों को आपस में समन्वय करना होता है ताकि पब्लिक परेशान ना हो परंतु शासन में बैठे उच्च अधिकारी पब्लिक को प्रताड़ित करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। इस मामले में एमपी बोर्ड का मैनेजमेंट डीएलएड सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स का भविष्य खराब कर रहा है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग शुरू होने वाली है और एमपी बोर्ड जानबूझकर रिजल्ट जारी नहीं कर रहा।
MP BOARD जानबूझकर डीएलएड सेकंड ईयर का रिजल्ट घोषित नहीं कर रहा
प्रतीक्षा त्रिपाठी ने बताया कि उसे प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया था क्योंकि वह d.El.Ed सेकंड ईयर की छात्रा थी। यह शासन स्तर का निर्णय है। प्रतीक्षा ने MPTET VARG-3 में 33 RANK हासिल की है। कोई भी कह सकता है कि प्रतीक्षा की नौकरी पक्की है लेकिन प्रतीक्षा को नौकरी नहीं मिलेगी क्योंकि लोक शिक्षण संचालनालय के नियमानुसार काउंसलिंग में उसे अपनी मार्कशीट अपलोड करना है और माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्य प्रदेश द्वारा रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। यह कहानी अकेली प्रतीक्षा की नहीं है। ऐसे पांच सौ से ज्यादा उम्मीदवार हैं। जिन्हें एमपी बोर्ड द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है।
आप बताइए किसकी गलती और किसे सजा मिल रही है
एमपी बोर्ड द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार DElEd सेकंड ईयर के एग्जाम जून माह में कराए जाने थे। जिसे पंचायती चुनावों के कारण आगे बढ़ाते हुए सितंबर में कराया गया। जो कि 28 सितंबर को खत्म हुए। जिसका रिजल्ट अभी तक घोषित नहीं किया गया और यहां लोक शिक्षण संचानालय द्वारा प्राथमिक शिक्षा भर्ती वर्ग 3 की काउंसलिंग शुरू की जा रही है।
DElEd के बहुत से छात्र ऐसे हैं जो MPTET में मेरिट लिस्ट में हैं पर रिजल्ट जल्दी ना मिलने के कारण और मार्कशीट उपलब्ध ना होने के कारण वो इस प्रक्रिया में बैठने से वंचित रह जाएंगे और एक अच्छा शिक्षक बनने की क्षमता होते हुए भी उनका भविष्य खत्म हो जाएगा।
MPTET क्वालिफाय DElEd सेकंड ईयर के छात्र लगातार अपनी बात सरकार, MPBOARD, लोक शिक्षण सचालनालय तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। वो एक महीने से लगातार शिक्षा मंत्री एवं सभी शिक्षा विभागों को मेल, ट्वीट एवं लेटर के माध्यम से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। ज्ञापन लेकर भोपाल भी पहुंचें पर किसी प्रकार का कोई आश्वासन नहीं दिया गया और लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा विज्ञपति जारी कर दी गई।
अब इसमें किसकी गलती है छात्रों की जिन्होंने दिन रात मेहनत करके MPTET का एग्जाम दिया क्वालिफाय किया और मेरिट लिस्ट में आए। सरकार कि जिन्होंने पंचायती चुनाव कराए। MPBOARD कि जिन्होंने एग्जाम लेट कराए और अब रिजल्ट भी लेट कर रहे या लोक शिक्षण संचालनालय की जिन्होंने उन छात्रों के बारे में बिल्कुल नहीं सोचा और विज्ञप्ति जारी कर दी।