भोपाल- शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस की पूर्व संध्या पर सांकेतिक रूप से प्रदर्शन करते हुए आयुक्त जनजातीय विभाग के नाम ज्ञापन पत्र सौंपकर स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 के द्वितीय चरण में स्कूल शिक्षा एवं जनजातीय विभाग से संयुक्त रूप से काउंसलिंग कराने की मांग की है।
ज्ञात हो कि 9 अगस्त को प्रदेश सहित पूरे देश में विश्व आदिवासी दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है उसके बावजूद भी मध्यप्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है। ज्ञापन पत्र में प्रमुख रूप से पद वृद्धि की मांग भी की गई है। पात्र अभ्यर्थियों का कहना है कि जनजाति क्षेत्रों के 40% स्कूलों में स्थाई शिक्षक नहीं हैं। जिन पर पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यार्थियों से सीधी भर्ती होना चाहिए।
रंजीत गौर,ज्योति चंदेल,महेश चौहान,संजय चौहान,संतोष रावत,पप्पू निनामा,जयवीर सिंह, शेखर इवनाती सहित अन्य अभ्यर्थियों ने ज्ञापन सौंपने के बाद बतलाया कि जनजाति विभाग में प्रत्येक विषय के हजारों बैकलॉग पद भी रिक्त हैं जिन पर भी पात्र अभ्यर्थियों से सीधी भर्ती कराई जा सकती है।
9 अगस्त को विश्व जनजाति दिवस भी मनाया जाता है पात्र अभ्यर्थियों ने कहा कि देश सहित पूरे प्रदेश भर में विश्व जनजाति दिवस तो बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है परंतु जनजातीय क्षेत्रों के स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है। अतः शासन को स्थाई शिक्षकों की भी व्यवस्था करना चाहिए जिससे की जनजाति क्षेत्रों के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके।
समय पर मांगें पूर्ण ना होने पर पात्र अभ्यर्थी 23 अगस्त को बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं।