CUET-2022- पढ़िए जिनका पेपर छूट गया उनका क्या होगा, 2023 में परीक्षा पैटर्न क्या होगा

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UGC-University Grand commission (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) के चेयरमैन एम. जगदेश कुमार ने जानकारी दी है कि अब अगली साल यानी 2023 से संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET- Common University Entrance Test; कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित कराई जाएगी। 

इसके अलावा अब यह परीक्षा NTA (National Testing Agency) सेंटर और एनआईसीटीई (NICTE-National Institute Of Computer & Technical Education) द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेजों में ही आयोजित होगी। इसी के साथ उन्होंने बताया कि सत्र 2024 से इंजीनियरिंग और विश्वविद्यालय के छात्र एक ही परीक्षा के जरिए चुने जाएंगे। बाद में NEET को भी इसी में शामिल किया जाएगा।

गौरतलब है कि CUET परीक्षा में आई तकनीकी खामियों के बारे में एम जगदीश कुमार। जगदीश कुमार ने बताया कि NEET व JEE में केवल 3,3 विषयों की ही परीक्षा होती है, जबकि CUET में 27 डोमेन सब्जेक्ट, 33 भाषा विषय व एक जनरल टेस्ट सहित कुल 61 विषयों की परीक्षा ली जा रही है। जबकि NEET OMR based test है, जो बिना कंप्यूटर के आयोजित होता है और JEE EXAM भी 3 दिन में दो- दो शिफ्ट में पूरी हो जाती है। 

CUET EXAM में आ रही दिक्कत का मुख्य कारण

चूँकि CUET में एक स्टूडेंट के पास अपनी पसंद के कुल 09 पेपर चुनने का विकल्प था। इसलिए यह परीक्षा ज्यादा जटिल और चुनौतीपूर्ण हो गई। सभी छात्रों को उनकी पसंद का पहला सेंटर देने की वजह से उसकी समय अवधि भी बढ़ गई। जब कोई परीक्षा 3 दिन की बजाय 45 दिन में होती है तो सेंटर के फेल होने की आशंका बढ़ जाती है। हालांकि सभी सेंटर पर 1 दिन पहले मॉक टेस्ट हुआ, लेकिन कई सेंटर्स पर अचानक कंप्यूटर्स ने काम नहीं किया। दिल्ली सहित देश के कुछ सेंटर्स ने ऐन मौके पर बताया कि वे परीक्षा आयोजित नहीं कर पाएंगे। जिसमें पाया गया कि कुछ सेंटर्स ने जानबूझकर भी ऐसा किया। 

इसी कारण इस बार CUET एग्जाम के खत्म होते ही एक कमेटी का गठन किया जाएगा। यह कमेटी ही सलाह देगी कि अगली परीक्षा के आयोजन से पहले एनटीए अपने स्तर पर कितने अधिक से अधिक केंद्र विकसित कर सकता है। उसके लिये कितने कंप्यूटर या बुनियादी ढांचे की जरूरत होगी इसके अलावा अब केवल एनआईसीटी से अप्रूव़ कॉलेज व संस्थानों में ही इस परीक्षा में केंद्र बनाए जाएंगे। इसके साथ ही नेटवर्किंग में अपलोडिंग या डाउनलोडिंग की समस्या से भी निपटना होगा। 

जिन छात्र -छात्राओं का पेपर छूट गया उनके लिए क्या विकल्प है 

जिन छात्र-छात्राओं का पेपर छूट गया है उनकी संख्या करीब 120000 है। जो कि पेपर रद्द होने या तकनीकी समस्याओं की वजह से परीक्षा देने से रह गए हैं। NTA ने इसके लिए 25 से 30 अगस्त के बीच एक विंडो रखा है। शिकायत सही पाए जाने पर। इन्हें फिर से परीक्षा देने का मौका दिया जा रहा है। यूजीसी के चेयरमैन ने बताया कि इस बार केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित कुल 89 विश्वविद्यालय CUET स्कोर पर दाखिला देंगे। हालांकि अभी नहीं बता सकते कि कुल कितनी संख्या होगी। ये विश्वविद्यालय द्वारा यूजीसी को भेजी गई सहमति के आधार पर 80 तक पहुँच सकती है। 

CUET और NEET को साथ में लाने की तैयारी

यूजीसी के चेयरमैन एम जगदेश कुमार ने बताया कि CUET में ही NEET व JEE को एक साथ कराने के लिए दो मंत्रालयों के बीच चर्चा की जरूरत है। क्योंकि नीट स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत आता है। यह एकीकरण दो चरणों में होगा जब NTA अपने निजी सेंटर्स की संख्या बढ़ा लेगा तब सीयूसीईटी 2023 से साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित की जाएगी। पहली एकीकृत परीक्षा 2024 में आयोजित होगी और उसमें CUET के साथ JEE को शामिल किया जाएगा। 

उच्च शिक्षण संस्थानों की रिक्तियों की जानकारी के लिए UGC बना रहा सेंट्रल पोर्टल 

कॉलेजों एवं विश्वविद्यालय में शिक्षकों की सामान्य भर्ती के लिए नेट या पीएचडी में छूट नहीं दी जा रही है। इसके लिए यूजीसी एक सेंट्रल पोर्टल विकसित कर रहा है, जिसमें देशभर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में फैकल्टियों की रिक्तियों की जानकारी होगी और इस पोर्टल पर नेट व पीएचडी कर कर चुके उम्मीदवार अपना बायोडाटा फॉर्म भरकर संबंधित विश्वविद्यालय को सीधे भेज सकेंगे। यह पोर्टल अक्टूबर तक अस्तित्व में आएगा। इससे किसी भी विश्वविद्यालय में मंजूर पद के 10% शिक्षक अलग से प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस के रूप में भर्ती किया जा सकते हैं।

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