मध्य प्रदेश के नागरिकों से दुनिया भर में जब भी पूछा जाता है कि आप की सबसे खास बात क्या है तो वह गर्व से बताते हैं कि, हम भारत का ह्रदय हैं। हमारे यहां सबसे अच्छे अनाज की खेती होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस सबसे ज्यादा एक महत्वपूर्ण बात है जो मध्य प्रदेश को भारत में सबसे खास बनाती है। एक धातु जो मध्य प्रदेश को भारत का सबसे धनवान राज्य बना सकती है।
इस धातु का नाम है तांबा। मध्य प्रदेश की जनसंख्या 8 करोड़ से अधिक है। अपने आसपास के लोगों से पूछ कर देख लीजिए, क्या कोई बता सकता है कि मध्य प्रदेश भारत का सबसे बड़ा तांबा उत्पादक राज्य है। मध्यप्रदेश में भारत का 50% से अधिक तांबा उत्पादन किया जाता है। सन् 2013-14 में यहाँ 23.76 लाख मीट्रिक टन तांबा उत्पादित किया गया जो देश का 62.1 प्रतिशत है।
मध्य प्रदेश के करोड़ों लोगों के लिए शायद यह नई जानकारी होगी कि मध्यप्रदेश में 24.2 मिलियन मीट्रिक टन तांबे का भंडार मौजूद है। बालाघाट जिले में मलाजखण्ड ताम्र पेटी राज्य का सर्वप्रमुख तांबा उत्पादक क्षेत्र है। इसके अलावा जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर, होशंगाबाद, भिंड, छतरपुर, देवास तथा ग्वालियर में भी काफी मात्रा में तांबा पाया जाता है।
दक्षिण भारत में सोने की खदान थी। उसे बंद हुए दशकों बीत गए परंतु आज भी उसकी कहानियां सुनाई जाती हैं। राजस्थान का गुलाबी पत्थर राजस्थान के लोगों को करोड़पति बनाता है। ऐसे बहुत सारे उदाहरण हैं परंतु क्या एक भी उदाहरण है जिस में पता चलता है कि तांबा धातु के कारण मध्यप्रदेश में कितने लोगों को रोजगार मिला। कितने लोग करोड़पति हुए। तांबे के कितने उद्योग कितने कारखाने मध्यप्रदेश में लगे हैं। क्या मध्यप्रदेश से तांबा एक्सपोर्ट किया जाता है।
जब भारत की जरूरत का 62% तांबा मध्यप्रदेश में उत्पादित होता है तो क्या मध्य प्रदेश के 62% रोजगार तांबा से संबंधित नहीं होनी चाहिए
यदि सरकार तांबे पर काम करना शुरू करें तो ना केवल मध्य प्रदेश का कर्जा उतर जाएगा बल्कि भारी भरकम टैक्स लगाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। ना केवल लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि मध्यप्रदेश में करोड़पति यों की संख्या बढ़ जाएगी। कुछ ही सालों में मध्य प्रदेश, भारत का सबसे धनवान राज्य बन जाएगा, क्योंकि दुनिया भर में तांबे की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है।