भोपाल। स्मार्ट सिटी कंपनी ने जनता के 5 करोड रुपए बर्बाद कर दिए। भोपाल स्मार्ट सिटी की एड़ियां फटने लगी है। यहां बात हो रही है उस साइकिल ट्रैक की जिसे बनाने में ₹50000000 खर्च किया गया लेकिन मेंटेनेंस नहीं किया गया। दरारें नजर आने लगी है। साइकिल ट्रैक पर साइकिल के अलावा काफी कुछ आपत्तिजनक नजर आता है।
भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएससीडीसीएल) द्वारा आरआरएल तिराहे से मिसरोद तक सड़क के दोनों ओर पांच साल पहले पांच करोड़ रुपये खर्च बनाया गया साइकिल ट्रैक बर्बाद हो गया है। इसमें बड़े-बड़े गढ़़डे़ हो गए। इन्हें छिपाने के लिए मरम्मत करने के बजाय लाल पेंट करवा दिया गया लेकिन बरसात ने लापरवाही की परतें खोल दी, अब सड़कों में गिट्टयां उखड़ी पड़ी हैं।
साइकिल प्रेमियों के लिए बनाया गया लाल रंग का ट्रैक अब गड्ढों की भेंट चढ़ता जा रहा है। ट्रैक पर हर जगह गड्ढे, कीचड़ और जानवरों का अड्डा नजर आता है। यहां साइकिल चलाना तो दूर, पैदल चलना भी मुसीबत हो गया है। याद दिलाना जरूरी है कि स्मार्ट सिटी कंपनी ने इस साइकिल ट्रैक को स्मार्ट सिटी की पहचान बताया था।
साइकिल ट्रैक पर बिखरी निर्माण सामग्री
हाेशंगाबाद रोड के किनारे ट्रैक पर विद्यानगर, बागसेवनियां व मिसरोद समेत अन्य स्थानों पर लोगों ने गिट्टी, सीमेंट, ईंट व लोहे के सरिये पड़े हुए हैं। इससे कई स्थानों पर रास्ता बंद है। यहां लोगों का साइकिल चलाना मुश्किल हो गया है।
गुमठी व हाथठेले वालों ने अतिक्रमण कर लिया
करोड़ो रुपये के इस ट्रैक पर साईकिल चलाते लोग तो दिखते नहीं हैं, लेकिन यहां हाथठेले व गुमठियां संचालित हो रही हैं। बताया जा रहा है कि नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेकर अतिक्रमण करवा दिया गया है। विद्यानगर, बागसेवनियां, बावड़िया कला, आशिमा माल और मिसरोद के आसपास दो दर्जन से अधिक हाथठेलों का अतिक्रमण हैं।