धार। आरटीई (RTE) के तहत प्रायवेट स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने के लिए पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन लिए जा रहे है। ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून है। जिले में कुल 7 हजार 635 सीटों है। जिसमें अब तक 50% आवेदन भी नहीं आ पाए है। इधर कई आवेदक पोर्टल पर गलत जानकारियां प्रदर्शित होने से परेशान हो रहे है।
दरअसल पोर्टल को अपडेट किया गया है। जिसमें आवेदक का आधार कार्ड और समग्र आईडी नंबर डालते ही उसकी पूरी जानकारी पोर्टल पर स्वमेव प्रदर्शित हो जाती है। दिक्कतें यह हो रही है कि दस्तावेजों में नाम सही है, लेकिन पोर्टल पर स्पेलिंग और नाम त्रुटिपूर्ण आ रहा है। इस त्रुटि को सुधारने के लिए कोई ऑप्शन नहीं है। सर्व शिक्षा अभियान विभाग के एपीसी कमलसिंह ठाकुर ने बताया कि इस तरह की शिकायतें मिलने के बाद भोपाल में वरिष्ठ कार्यालय को जानकारी भेजी है। त्रुटि सुधारने का हल निकलने की पूरी संभावना है।
इंदौर नाका स्थित बीआरसी कार्यालय में दो-तीन आवेदक इस तरह की दिक्कतों के कारण आवेदन ना कर पाने की शिकायत लेकर पहुंचे थे। दरअसल कियोस्क एवं ऑनलाईन सेंटरों पर आवेदन में दिक्कतें आने के बाद उन्हें सरकारी कार्यालय का रूख करना पड़ा। आवेदकों में अर्जुन कॉलोनी निवासी संदीप रावत ने अपनी 5 वर्षीय बेटी भूमिका रावत को निजी स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए आए थे। उनके आवेदन में उनका नाम संदीर आ रहा है। पोर्टल पर नाम गलत और दस्तावेज में अलग होने से आवेदन स्वीकार नहीं हो पा रहा है। कार्यालय के लोग भी ऑप्शन ना होने के कारण उनकी मदद नहीं कर पाए। कुछ इस तरह की दिक्कतें अन्य आवेदकों की भी थी।
आरटीई के तहत प्रवेश के लिए अपने वार्ड में संचालित निजी शालाएं एवं आसपास की शालाओं को चूनने का विकल्प है। जिला मुख्यालय पर वार्ड परिसीमन के बाद कई लोगों के क्षेत्र बदल गए है। राशनकार्डों में वार्ड जानकारी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में आवेदकों को दस्तावेजों के आधार पर पुराने वार्ड से ही आवेदन करना पड़ रहा है। हालांकि मतदाता सूची में परिसीमन के आधार पर वार्ड चेंज हो गया है और वोटर आईडी और अन्य दस्तावेजों में जानकारी अपडेट है। इसके बावजूद राशनकार्ड की दिक्कतें जारी है। हालांकि इससे प्रवेश पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मनमाफिक स्कूल चलन में अवश्य दिक्कतें है।
आरटीई के तहत प्राप्त आवेदनों का सत्यापन कार्य भी शुरु हो गया है। यह प्रक्रिया 1 जुलाई तक चलेगी। रेंडम पद्धति से ऑनलाईन लॉटरी द्वारा स्कूल का आवंटन किया जाएगा। चयनित आवेदकों को एसएमएस के माध्यम से सूचना 5 जुलाई को दी जाएगी। 6 से 16 जुलाई के मध्य बच्चों को आवंटित स्कूल में उपस्थित होकर प्रवेश लेना होगा। उल्लेखनीय है कि जिले में 25 फीसदी निजी स्कूलों की सीटें गरीब वर्ग के लिए आरक्षित है। 791 स्कूलों में 7635 सीटों पर प्रवेश दिया जाना है। इसमें नर्सरी में 5 हजार 101, केजी-1 में 1365 और केजी-2 में 32 और पहली में 1146 सीटें है।