भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने महापौर चुनाव के लिए अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। खंडवा नगर निगम की महापौर सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है और कांग्रेस की लिस्ट में आशा मिश्रा नाम लिखा हुआ है। इसी बात को लेकर बवाल मचा हुआ है। आइए हम बताते हैं कि खंडवा में आशा मिश्रा को ओबीसी आरक्षित सीट से टिकट क्यों मिला:-
सबसे पहले पॉलीटिकल पावर समझिए
खंडवा में कांग्रेस के दिग्गज नेता है, वीरेंद्र बल्ली मिश्रा। इनके सुपुत्र का नाम है अमित मिश्रा और पुत्रवधू आशा मिश्रा। जैसा कि बताया गया, बल्ली मिश्रा दिग्गज नेता है। अरुण यादव नहीं चाहते थे कि बल्ली मिश्रा को पावर मिले लेकिन फिर भी उनकी पुत्रवधू को टिकट मिल गया। बताने की जरूरत नहीं की टिकट वितरण में अरुण यादव की नहीं चली।
आशा मिश्रा, ओबीसी महिला कैसे हैं
दरअसल, कांग्रेस पार्टी की टिकट फाइनल करने वाले नेताओं की मीटिंग में अनुभवी की कमी थी। कांग्रेस नेता बल्ली मिश्रा की बहू आशा मिश्रा नहीं बल्कि विश्वकर्मा है। चाहे तो उन्हें आशा विश्वकर्मा मिश्रा बोल सकते हैं। या फिर आशा अमित मिश्रा बोल सकते हैं। आशा मिश्रा तो कतई नहीं है। लिस्ट में नाम गलत है। यदि मैंडेट में भी यही नाम हुआ तो गड़बड़ हो जाएगी।