भोपाल। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की बोडा पुलिस थाने में एक आरोपी की पीट पीटकर चमड़ी उधेड़ देने के मामले में पहले एसपी प्रदीप शर्मा ने ASI भंवरसिंह परमार सहित 5 आरोपी पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड किया और उसके बाद गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने एसपी को हटा दिया।
एडिशनल एसपी राजगढ़ मनकामना प्रसाद ने बताया कि एक युवती की शिकायत पर शुभम सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया था। उसके द्वारा विरोध करने पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया गया। जबकि बोड़ा थाना क्षेत्र के कड़िया गांव निवासी शुभम सिसोदिया सांसी ने बताया कि 29 मई को वह भेसवा माता गांव में एक मन्नत के कार्यक्रम में शामिल होने गया था। यहां पुलिस ने उसे एक मामले में आरोपी बताते हुए गाड़ी में बैठा लिया और लीमा चौहान थाने ले गई। यहां उसके साथ जमकर मारपीट गई।
एक घंटे तक पीटने के बाद यहां से बोडा थाने ले गई। जहां रास्तेभर उसे पीटा गया। बोडा थाने के पीछे भी ले जाकर मारपीट की गई। यहां से उसे नरसिंहगढ़ ले जाया गया। यहां भी रातभर पिटाई की गई। मेरे परिवार को पता चला तो वह बोडा थाने पहुंचे और मुझे कोर्ट में पेश करने को कहा। 30 मई की सुबह मुझे फिर से बोडा थाने लाया गया। यहां मिन्नतों के बाद मेरी मां ने टीआई राम नरेश राठौर को 50 हजार रुपए दिए, तब उन्होंने मुझे छोड़ा।
इस मामले की शिकायत गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से की गई थी। मामला राजधानी तक पहुंचते ही ASI भंवरसिंह परमार, आरक्षक श्याम, आरक्षक प्रवीण, आरक्षक वीरेंद्र रावत और आरक्षक गौरव रघुवंशी को सस्पेंड कर दिया गया। शाम तक राजगढ़ के एसपी प्रदीप शर्मा के हटाए जाने की खबर भी आ गई।