शैंपू का उपयोग तो हम सभी करते हैं और भारत के कई इलाकों में क्लीनिक प्लस शैंपू सबसे ज्यादा बिकता है। लोग जब टूर पर जाते हैं तो शैंपू का पाउच ले जाते हैं लेकिन घर के लिए बोतल खरीदते हैं, क्योंकि एक मान्यता है कि ज्यादा क्वांटिटी में खरीदने से सामान सस्ता मिलता है। आइए कैलकुलेट करते हैं कि शैंपू का पाउच खरीदना फायदेमंद है या बोतल।
क्लिनिक प्लस शैंपू के 1 पाउच में 6.5 ग्राम शैंपू आता है। यानी कि यदि आप 100 पाउच खरीदेंगे तो आपको 650 ग्राम क्लिनिक प्लस शैंपू मिलेगा। क्लिनिक प्लस के 1 पाउच की कीमत एक रुपए होती है। इस प्रकार 100 पाउच खरीदने पर आपको ₹100 अदा करने होंगे।
अब यदि अपन क्लिनिक प्लस शैंपू की 650 ग्राम की बोतल खरीदते हैं तो उसकी कीमत ऐमजॉन पर ₹275 और कॉलोनी वाली दुकान पर ₹400 अदा करनी पड़ती है। यानी कि पाउच में जो शैंपू 100 रुपए में मिलता है। वही शैंपू बोतल में ₹275 में मिलता है। खाली बोतल की कीमत ₹175, कितनी अजीब बात है ना।
लोग कैलकुलेट नहीं कर पाए इसलिए क्लीनिक प्लस कंपनी बाजार में 100 पाउच का कोई बंडल नहीं बेचती। यदि आप थोक में खरीदना चाहते हैं तब भी आपको 64 पाउच का बंडल ₹64 मिलेगा। लोग कैलकुलेट नहीं करते, माइंड सेट के आधार पर शॉपिंग करते हैं और इसी बात का फायदा शायद कंपनी उठाती है।