इंदौर। मध्य प्रदेश के कॉलेजाें में एडमिशन की प्रक्रिया का दाैर महीनेभर पहले ही शुरू हाे चुका है। बीएड जैसे प्राेफेशनल काेर्स में भी प्रवेश प्रक्रिया जारी है, लेकिन काेर MBA जैसे प्राेफेशनल काेर्स की एडमिशन प्रक्रिया 5 जुलाई के बाद शुरू हाेने की संभावना है। अभी AICTE की तरफ से कॉलेजाें काे मान्यता दिए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद यूनिवर्सिटी की तरफ से एफिलिएशन की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त 54 कॉलेजाें की 8800 सीटाें पर यह एडमिशन प्रक्रिया हाेगी।
इनमें काेर एमबीए की 6300 सीटें हैं। एमबीए में एडमिशन के लिए डीटीई (डायरेक्टर ऑफ टेक्निकल एजुकेशन) की तरफ से पूरा शेड्यूल जारी किया जाएगा। तीन काउंसलिंग के लिए सीटें भरी जाएंगी। पहला राउंड सीमेट के आधार पर हाेगा, जबकि बाकी राउंड कॉलेज लेवल काउंसलिंग के हाेंगे। सबसे आगे एमबीए फाइनेंस, इसी साल 660 सीटें बढ़ीं- स्पेशलाइजेशन में एमबीए फाइनेंस की सबसे ज्यादा 1400 सीटें हैं। मार्केटिंग, एचआर और अन्य स्पेशलाइजेशन की भी 1 हजार से ज्यादा सीटें हैं।
खास बात यह है कि एमबीए फायनेंस की 660 सीटें इसी साल बढ़ी हैं। इससे पहले साढ़े सात सौ के आसपास सीटें थीं, लेकिन खंडवा राेड स्थित एक निजी कॉलेज में 300 और एक शासकीय कॉलेज में 60 सीटें इसी साल मंजूर हुई हैं। इसके अलावा भी दाे कॉलेजाें में सीटें बढ़ी हैं। प्राे. विवेक कापरे कहते हैं कि पिछले पांच साल में फाइनेंस स्पेशलाइजेशन की डिमांड तीन गुना बढ़ गई है। इसके पीछे कारण यह है कि मैनेजमेंट के प्लेसमेंट में फाइनेंस स्पेशलाइजेशन वाले छात्राें का प्रतिशत 55 से ज्यादा है।