भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ की विधायकी खतरे में पड़ सकती है। कमलनाथ का वह बयान विधानसभा की आचरण समिति के पास कानूनी कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि विधानसभा में बकवास होती है।
कमलनाथ के खिलाफ क्या शिकायत हुई है
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से शिकायत की है कि दैनिक भास्कर के इंटरव्यू में जब कमलनाथ से पूछा गया कि वह विधानसभा में क्यों नहीं जाती तो उन्होंने जवाब दिया कि क्या मैं वहां बैठकर बकवास सुनूं। कमलनाथ के इन शब्दों को आपत्तिजनक माना गया और सदन का अपमान आरोपित करते हुए शिकायत की गई।
विधानसभा अध्यक्ष, कमलनाथ के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रहे हैं
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने मामले को विधानसभा की आचरण समिति के पास भेज दिया है। वह शिकायत का परीक्षण करेगी और अपना प्रतिवेदन देगी। जिसमें आचरण समिति यह सुझाव दे सकती है कि कमलनाथ के खिलाफ क्या-क्या दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
कमलनाथ के खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है
- क्योंकि कमलनाथ ने विधानसभा के प्रति अविश्वास प्रकट किया है इसलिए उनकी विधानसभा की सदस्यता समाप्त की जा सकती है।
- कमलनाथ को मिलने वाली सभी सरकारी सुविधाएं बंद की जा सकती हैं।
- कमलनाथ को विकल्प दिया जा सकता है कि दंडात्मक कार्रवाई से बचने के लिए सदन में उपस्थित होकर अपने बयान के लिए क्षमा मांगे।
क्या सचमुच कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई होगी
जब बात बड़े नेताओं की आती है तो कई ऐसे रास्ते निकाल कर उन्हें बचा लिया जाता है, जो आम आदमियों के लिए कभी नहीं खुले होते। जैसे:-
- शिकायतकर्ता विष्णु दत्त शर्मा विधानसभा के सदस्य नहीं है। इसलिए उनकी शिकायत का कोई महत्व नहीं है।
- विधानसभा के किसी भी सदस्य ने कमलनाथ के बयान पर वैधानिक रूप से आपत्ति नहीं जताई।
- भाजपा विधायक दल के नेता यानी मुख्यमंत्री ने कमलनाथ के बयान को आपत्तिजनक नहीं माना।
- कमलनाथ को चेतावनी देकर किस क्लोज किया जा सकता है।