मध्य प्रदेश में नया रिकॉर्ड- खर्चे कम, बचत ज्यादा, बाजार ठप, SLBC-RBI की रिपोर्ट- MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल
। मध्यप्रदेश में एक नया रिकॉर्ड बना है। SLBC-RBI की रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश के बैंकों में जमा धन 5 लाख करोड रुपए से ज्यादा हो गया है। यह पहली बार हुआ है। लोकप्रिय पत्रकार श्री गुरुदत्त तिवारी ने इसकी जानकारी साझा की है। सभी विशेषज्ञ अपने अपने तरीके से इसकी समीक्षा करेंगे। 

मध्य प्रदेश की SLBC-RBI रिपोर्ट- जो पहली बार चर्चा में आ गई

राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (The State Level Bankers' Committee) और RBI (Reserve Bank of India) की ताजा रिपोर्ट (जो दिनांक 24 मार्च 2022 को मुख्यमंत्री के सामने पेश की जाएगी) के अनुसार 31 दिसंबर 2021 की स्थिति में मध्य प्रदेश के बैंकों में 5 लाख करोड रुपए से ज्यादा पैसा जमा था। यह अपने आप में रिकॉर्ड है क्योंकि इससे पहले मध्य प्रदेश के बैंकों में इतना पैसा जमा नहीं हुआ। सन 2019 में 4.19 लाख करोड़ रुपए और सन 2020 में 4.64 करोड़ रुपए जमा थे। 

SLBC, Madhya Pradesh-RBI रिपोर्ट का निष्कर्ष- खर्चे कम, बचत ज्यादा, बाजार ठप

मध्य प्रदेश की जनता ने लॉकडाउन और कोरोनावायरस की 3 लहरों को भोग लिया है। यह भी स्पष्ट हो गया है कि सरकार सभी वर्गों पर प्रतिबंध लगाती है, लेकिन मिडिल क्लास की मदद नहीं करती। करोड़पतियों को टैक्स में छूट दे दी जाती है और गरीबों को फ्री वाली योजनाओं का लाभ दिया जाता है। यदि बैंक में जमा धन का क्लासिफिकेशन ध्यान से देखेंगे तो समझ में आएगा। 


SLBC, Madhya Pradesh-RBI रिपोर्ट- वादी की कगार पर मिडिल क्लास दुकानदार

मध्य प्रदेश के चालू खातों में केवल 32365 करोड़ रुपए जमा है। यानी कि दुकानदारों के पास पैसा नहीं है। उनके बैंक खाते खाली हैं। एक चालू खाते में कम से कम ₹25000 मिनिमम बैलेंस रखना ही पड़ता है। 32365 करोड़ रुपए का आंकड़ा साबित करता है कि मध्यप्रदेश का मिडिल क्लास व्यापारी बर्बादी के कगार पर है। 

SLBC, Madhya Pradesh-RBI रिपोर्ट- सबसे ज्यादा पैसा बैंक फिक्स डिपाजिट में

ताजा आंकड़े बताते हैं कि मध्य प्रदेश के नागरिकों ने सबसे ज्यादा पैसा (260078 करोड रुपए) बैंकों में फिक्स डिपॉजिट के रूप में जमा किया है। यह आंकड़ा जोरदार नारा लगा रहा है कि लोग अपने धन का सुरक्षित निवेश चाहते हैं। लेकिन इसका दूसरा पहलू है अकेले भोपाल में 60829 करोड़ रुपए की बैंक एफडी जमा है। यहां बताना जरूरी होगा कि भोपाल में किसी भी सेविंग खाते में यदि ₹100000 से ज्यादा जमा होता है तो बैंक कर्मचारी खाताधारक को सलाह देते हैं कि वह लिंक एफडी बना ले। ज्यादा मिलेगा और जरूरत पड़ी तो कभी भी पैसा निकाल सकते हैं। यानी कि 260078 करोड़ रुपए की एफडी में से भोपाल और इंदौर का अमाउंट कम करके गिना जाना चाहिए। 

SLBC, Madhya Pradesh-RBI रिपोर्ट- सबसे ज्यादा पैसा सेविंग खातों में

मध्य प्रदेश के सभी बैंकों में बचत खातों में 220815 करोड़ रुपए जमा है। यदि भोपाल और इंदौर की बैंक अकाउंट लिंक एफडी की रकम 260078 करोड़ रुपए में से कम कर दी जाती है तो जो आंकड़ा सामने आएगा वह स्पष्ट करेगा कि मध्य प्रदेश के नागरिकों ने अपने सेविंग खातों में सबसे ज्यादा पैसा जमा किया हुआ है। सवाल यह है कि इतना सारा पैसा सेविंग खातों में क्यों जमा किया गया है। उत्तर सिर्फ एक है- अनिश्चितता। पिछले 3 साल के अनुभव बताते हैं कि इमरजेंसी में पैसों की जरूरत होती है और सरकार सिर्फ प्रतिबंध लगाती है, इंतजाम नहीं करती। घर में नगद पैसा नहीं रख सकते इसलिए सेविंग खातों में रखा है। 
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