भोपाल। व्यापम घोटाला 2022 का खुलासा होते ही, आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। एक उम्मीदवार सौरभ विश्वकर्मा ने दावा किया है कि उसके पास फोन आया था। ₹500000 मांगे थे। सौरभ विश्वकर्मा इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस थाने में नहीं की है लेकिन प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल इस दावे की सत्यता की जांच करानी चाहिए और इसका सिर्फ एक ही तरीका है पुलिस की प्रक्रिया से उम्मीदवार के मोबाइल की फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन।
व्यापम घोटाला 2022- शिक्षक वर्ग 3 परीक्षा के उम्मीदवार का बयान
मेरा MPTET का पेपर 10 मार्च को हुआ था। मेरे 108 नंबर आए थे। आंसर शीट के लिए 25 मार्च का इंतजार कर रहे थे, ताकि परीक्षा में गलत उत्तर पर ऑब्जेक्शन लगाया जा सके। इसी दिन पता चला कि पेपर लीक हो गया है। किसने क्या किया, यह तो पता नहीं, लेकिन एक उम्मीदवार ने मोबाइल फोन पर पेपर का स्क्रीनशॉट शेयर किया। इसमें सभी प्रश्न वही थे, जो पेपर मैं देकर आया था। 25 मार्च को फर्स्ट शिफ्ट में हिंदी और अंग्रेजी के सभी प्रश्न वही थे, जो स्क्रीनशॉट में थे। मेरे पास भी एक कॉल आया। उसने पूछा कि परीक्षा दी थी। मैंने हां कह दिया। मैंने बताया मेरे 108 नंबर आए हैं। उसने कहा कि मार्क्स बढ़ाना है, तो 5 लाख रुपए अभी दे दो। रिजल्ट जब आएगा, तो उसके बाद 5 लाख रुपए और दे देना। (सौरभ विश्वकर्मा द्वारा भोपाल के प्रतिष्ठित पत्रकार शिवांगकर द्विवेदी को दिया गया बयान।)
MPPEB TET-3 घोटाला- बोर्ड को शिकायत करना चाहिए, ताकि थर्ड पार्टी जांच करें
व्यवसायिक परीक्षा मंडल मध्य प्रदेश यानी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल के माथे पर दाग लग गया है और हर दिन गहरा होता जा रहा है। PEB की तरफ से कल अपनी निष्पक्षता और ईमानदारी को घोषित करते हुए बयान जारी किया गया था। नोट करने वाली बात यह है कि वह बयान PEB के लेटर हेड पर नहीं था बल्कि सादा कागज पर टाइप करके, बिना किसी जावक नंबर, तारीख एवं हस्ताक्षर के जारी किया गया था। व्यापम के संचालकों को चाहिए कि सौरव विश्वकर्मा के बयान की जांच करने के लिए भोपाल पुलिस से निवेदन करें। सौरव विश्वकर्मा के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच कराई जाए। यदि फोन आया है तो उस आदमी को गिरफ्तार किया जाए।