नई दिल्ली। होली के मौके पर गुड न्यूज़ का इंतजार कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर नहीं है। सरकार ने संसद में स्पष्ट किया है कि केंद्रीय कर्मचारियों की महंगाई दर बढ़ाने का कोई विचार नहीं है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में स्पष्ट रूप से कहा कि DA की दर बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में कहा कि केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा जारी अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई-आईडब्ल्यू) के अनुसार, डीए मुद्रास्फीति भाव पर आधारित होगा। रकार ने संसद को यह भी बताया कि पिछली दो तिमाहियों में महंगाई दर 5 फीसदी से ज्यादा रही है। राज्यसभा सांसद नारनभाई जे राठवा ने मंगलवार को वित्त राज्य मंत्री से पूछा था कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि को 3 फीसदी पर स्थिर क्यों रखा गया है जबकि मुद्रास्फीति की दर अधिक है।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि सरकार की डीए 3 फीसदी से ज्यादा बढ़ाने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में वृद्धि की दर में संशोधन की जरूरत नहीं है। विशेष रूप से, वर्तमान कुल महंगाई भत्ता (डीए) 31 फीसदी है, जो केंद्र द्वारा अनुमति देने पर बढ़कर 34 फीसदी हो सकता है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों का डीए साल में दो बार जनवरी से जुलाई के बीच अपडेट किया जाता है। महंगाई भत्ते की वर्तमान दर को मूल वेतन से गुणा करके डीए की गणना की जाती है। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.