GWALIOR NEWS- ग्रामीणों के विवाद में राजीनामा के लिए कमिश्नर के समाधान केंद्र

ग्वालियर
। कमिश्नर आशीष सक्सेना ने एक इनोवेटिव आइडिया पर काम करना शुरू किया है। इसके तहत आसपास की कुछ ग्राम पंचायतों को मिलाकर एक समाधान केंद्र बनाया गया है। राजीनामा योग्य अपराधिक मामलों में FIR दर्ज नहीं होती बल्कि उसे समाधान केंद्र भेज दिया जाता है। यहां पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी दोनों पक्षों के बीच राजीनामा करवाते हैं।

ग्वालियर संभाग के सभी जिलों में समाधान केंद्र हर मंगलवार को खुलता है

ग्वालियर संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना द्वारा प्रारंभ की गई, इस अनूठी एवं जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं न्यायपालिका की संयुक्त पहल के तहत विभिन्न पंचायतों के समूह की एक बीट बनाई गई हैं और प्रत्येक बीट पर एक समाधान केंद्र बनाया गया है। जिसमें प्रत्येक मंगलवार को प्रात: 11 से 1 बजे तक समाधान केंद्र पर संबंधित पटवारी, पंचायत सचिव, पुलिस आरक्षक एवं कोटवार सहित अन्य विभागीय अधिकारी बैठ रहे हैं। 

इस दौरान आपदा प्रबंधन समूह के सदस्यों, जनप्रतिनिधि एवं पक्षकारों की उपस्थिति में समस्या का समाधान समझौते के आधार पर किया जा रहा है। इन समाधान केन्द्रों पर समझौते के आधार पर राजस्व प्रकरण, समझौता योग्य अपराधिक प्रकरण एवं अन्य दीवानी के मामले का समाधान समझौते के आधार पर कराया जा रहा है। इसके साथ ही क्षेत्र के माफिया, अपराधियों व अन्य शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी एकत्र की जा रही है। आमजनता को सुशासन के आधार पर पहल कर विभिन्न योजनाओं के आवेदन प्राप्त कर उनके निराकरण किए जा रहे हैं।

इस अनोखी समझौते से समाधान योजना के तहत अभी तक लगभग 881 प्रकरणों का समाधान समझौते के आधार पर कर दिया गया है। जिसमें ग्वालियर जिले के 58 प्रकरण, शिवपुरी के 554, गुना के 158, अशोकनगर के 48 एवं दतिया जिले के 63 प्रकरण शामिल हैं। इसके साथ ही इन समाधान केंद्रों पर अभी तक 1422 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनका निराकरण भी समझौते के आधार पर शीघ्र किया जाएगा। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.

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