GWALIOR NEWS- 150 अस्पतालों में गड़बड़ी मिली लेकिन कार्यवाही नहीं हुई

Bhopal Samachar
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ग्वालियर
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े सरकारी हमीदिया अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में अग्निकांड के बाद पूरे प्रदेश के अस्पतालों में फायर ऑडिट करने के आदेश जारी किए गए थे। ग्वालियर शहर में 150 अस्पतालों में गड़बड़ी मिली है। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर तत्काल चालान बनता है लेकिन अस्पतालों में गड़बड़ी मिलने पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।

ग्वालियर शहर में फायर ऑडिट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम तैयार की गई थी। टीम ने जाकर जांच पड़ताल भी की। 150 अस्पतालों के पास फायर NOC नहीं थी। आधे से ज्यादा अस्पतालों में अग्निशमन उपकरण नहीं थे। जहां थे, वहां एक्सपायर हो चुके थे। यानी सिर्फ लाल रंग की टंकी टंकी हुई थी। उसमें गैस नहीं थी। गड़बड़ी पकड़े जाने के बावजूद अस्पतालों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। यहां तक की अग्निशमन उपकरण तत्काल खरीद कर 24 घंटे के भीतर लगाने के आदेश भी नहीं दिए गए।

बड़े अस्पतालों में बड़ी गड़बड़ी मिली

जनक सुपरस्पेशलिटी हॉस्पीटल जिंसी नाला:- फायर एनओसी के लिए एप्लाई किया हुआ है। फायर वाटर लाइन बंद मिली टैंक से कनेक्ट नहीं थी। फायर अलार्म बंद मिला, फायर बकेट में बजरी नहीं मिली। फायर एक्सिट में लोन पाया गया।
ओल्याई हॉस्पीटल हास्पीटल रोड:- फायर एनओसी नहीं मिली, फायर बकेट खाली मिली, फायर अलार्म नहीं मिला। वाटर लाइन नहीं मिली।
वेदांता मल्टीस्पेशलिटी हास्पीटल:- फायर एनओसी है, वाटर लाइन बंद पाई गई। फायर अलार्म बंद मिला, फायर स्मोक डिटेक्टर बंद पाए गए।
परिवार हास्पीटल:- फायर एनओसी प्रोसेस में चल रही है, फायर वाटर लाइन बंद पाई गई। फायर होजड्रील में नोजल नहीं मिला, फायर बकेट में बजरी नहीं मिली। फायर अलार्म नहीं पाया गया।
स्टार हास्पीटल:- फायर एनओसी के लिए एप्लाई किया हुआ है, फायर वाटर लाइन बंद मिली। इसी प्रकार अन्य अस्पतालों के भी यही हालत मिले थे लेकिन इन्हें देखने के लिए फिर से कोई वापस नहीं गया कि इन्होंने कमियाें को ठीक किया या नहीं।

ट्रैफिक रूल तोड़ो तो तत्काल चालान, सेफ्टी रूल तोड़ा तो कोई कार्रवाई नहीं 

कितने अजीब नियम हैं। दोनों तरफ बात इंसान की जान और सुरक्षा की है। यदि आप बिना हेलमेट के चलते हैं, अपनी जान जोखिम में डालते हैं तो आप का चालन बन जाता है। कोई नोटिस कोई सुनवाई नहीं होती लेकिन 150 अस्पतालों ने भर्ती होने वाले मरीजों की जान जोखिम में डाल रखी है, और कोई कार्यवाही नहीं हो रही। नोटिस बनाए जा रहे हैं। फिर सुनवाई होगी। और फिर क्या होगा सब जानते हैं। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.
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