बहुत से अपराध ऐसे होते हैं जो घटित कहीं और होते हैं एवं परिणाम कही और निकलता है। जैसे अगर कोई व्यक्ति मजदूरी करने के लिए दिल्ली आया है और उस मजदूर व्यक्ति को आरोपी गंभीर चोट दिल्ली में पहुचाता हैं एवं उस व्यक्ति को परिवार वाले इलाज के लिए भोपाल लेकर आ जाते हैं ऐसे में वह व्यक्ति उस गंभीर चोट के कारण मर जाता है। तब इस मामले की सुनवाई करने का अधिकार किस न्यायालय को होगा जानिए इसका जबाब।
दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 179 की परिभाषा:-
जब कोई आरोपो द्वारा प्रथम अपराध स्थानीय अधिकारिता वाले न्यायालय के अधीन किया गया हो एवं उस अपराध का परिणाम अन्य क्षेत्र अधिकारिता वाले न्यायालय में निकलता है। तब दोनों में से कोई भी न्यायालय ऐसे अपराध का विचारण एवं जाँच करवा सकता है।
अर्थात मृतक व्यक्ति के परिवार वाले दिल्ली में हुए गंभीर चोट के अपराध का विचारण एवं जाँच भोपाल के न्यायालय अधिकारिता क्षेत्र में करवा सकते हैं। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) इसी प्रकार की कानूनी जानकारियां पढ़िए, यदि आपके पास भी हैं कोई मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com