भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ने लगा है और इसी के साथ कलेक्टर अविनाश लवानिया वैक्सीनेशन के प्रति गंभीर हो गए। उन्होंने मीटिंग बुलाकर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि या तो हितग्राहियों को दूसरा डोज लगाएं या फिर प्रशासनिक इंजेक्शन के लिए तैयार रहें। नतीजा लोगों को खेत-खलिहान में ढूंढ-ढूंढकर कोरोनावायरस का टीका लगाया जाना शुरू हो गया है।
कलेक्टर ने CMHO से कहा: या तो लोगों को टीके लगाओ या फिर इंजेक्शन लगवाने के लिए तैयार रहो
कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि जिले में सेकण्ड डोज के लक्ष्य को पूरा करने के लिए घर घर जाकर वैक्सीन लगाई जाये। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार सेकण्ड डोज के लिये फोन करते रहें और लोगों को सेकण्ड डोज के लिये प्रेरित करते रहें। एक सप्ताह में लक्ष्य को पूरा करें। एक सप्ताह के बाद वैक्सीनेशन की पुन: समीक्षा की जायेगी। लक्ष्य पूर्ति में लापरवाही परिलक्षित होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
अपील से कुछ नहीं होता एक्शन से होता है
एक बार फिर साबित हो गया कि कलेक्टर की अपील से कुछ नहीं होता लेकिन जब कलेक्टर सब्जेक्ट के प्रति गंभीर हो जाते हैं और शक्तियों का प्रयोग करने की चेतावनी देते हैं तब उनके अधीनस्थ अधिकारी गंभीरता पूर्वक काम करना शुरू कर देते हैं। यदि कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया वैक्सीनेशन के प्रति गंभीर रहे तो निश्चित रूप से दीपावली के पहले चमत्कारी परिणाम दिखाई देंगे। यदि छुट्टी के दिन बिजली के बिल जमा हो सकते हैं तो त्यौहार के दिन लोगों को उनके घर में टीके भी लगाए जा सकते हैं।