मध्य प्रदेश सरकार खनिज नहीं बिजली से पैसा कमा रही है: रिपोर्ट - MP NEWS

भोपाल
। बताने की जरूरत नहीं कि भारत में मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा उपलब्ध है। जिस प्रकार गोवा राज्य में सरकार की आय का मुख्य स्रोत पर्यटन होता है उसी प्रकार मध्य प्रदेश में सरकार की आय का मुख्य स्त्रोत खनिज होना चाहिए लेकिन पिछले वित्तीय वर्ष का रिकॉर्ड बताता है कि सरकार खनिज नहीं बिजली से पैसा कमा रही है। 

खनिज क्षेत्र में सरकार को 678 करोड रुपए का नुकसान

मध्यप्रदेश विधानसभा में शिवराज सिंह सरकार ने वर्ष 2020-21 का आर्थिक सर्वेक्षण विधानसभा में जारी किया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार खनिज से सरकार की आय में 27.4% की कमी आई। सरकार को 2019-20 में खनिज से 1798.3 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ जबकि गत वित्तीय वर्ष में उत्पादन मूल्य 2476.58 करोड़ था। यानी सरकार को करीब 678 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। यदि दूसरे नजरिए से देखें तो सरकार को 1 साल में कम से कम 1000 करोड़ का अतिरिक्त फायदा होना चाहिए था। इस हिसाब से देखा तो सरकार को 1678 करोड रुपए का नुकसान हुआ है।

बिजली के कमाई में लगभग 15% की वृद्धि 

मध्य प्रदेश की सरकारी बिजली कंपनियों के अधिकारी पिछले कुछ दिनों से बाजार के दुकानदार की तरह बात कर रहे हैं। नगर निगम ने बिल नहीं भरा तो शहर भर की स्ट्रीट लाइट काटकर आम जनता को परेशान किया। बिजली की कीमतें बढ़ाई जा रही हैं। सरकारी कंपनियां दावा कर रही है कि उन्हें घाटा हो रहा है जबकि सरकारी रिपोर्ट बताती है कि पिछले साल की तुलना में इस साल सरकार को बिजली से मिलने वाले राजस्व में 14.86% की वृद्धि हुई है।

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