जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में अखाड़े के उस्ताद और कबड्डी टीम के कोच बजुर्ग बालाराम पड़ोसियों के आरोपों को सह नहीं पाए। रोड पर रखी गिट्टी हटाने की बात पर शुरू हुई कहासुनी छेड़छाड़ के आरोपों तक पहुंच गई थी।
आहत बुजुर्ग ने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल कर आग लगा ली। इलाज के दौरान वृद्ध ने सोमवार रात मेडिकल में दम तोड़ दिया। मंगलवार को अंतिम संस्कार हुआ। खमरिया पुलिस ने प्रकरण में पड़ोसियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार वर्धाघाट निवासी बालाराम रजक का 25 मार्च को पड़ाेसी ममता पटेल, लखन पटेल व विनीता पटेल से विवाद हो गया था। दरअसल पटेल परिवार ने रोड पर गिट्टी रख दिया था। रास्ता बाधित होने को लेकर विवाद हो गया था। बालाराम ने गिट्टी हटाने के लिए कहा तो उनके बीच विवाद हो गया था। पटेल परिवार ने बालाराम रजक के साथ मारपीट की। फिर पटेल परिवार की एक महिला खमरिया थाने पहुंच गई। वहां उसने छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करा दी।
बालाराम पटेल चार गांवों में संचालित अखाड़े के उस्ताद थे। उनके द्वारा प्रशिक्षित युवतियों की कबड्डी टीम ने दो दिन पहले ही सिहोरा में कप जीता था। इस तरह के आरोपों से बालाराम रजक आहत हो गए। उन्होंने खुद को कमरे में बंद किया और मिट्टी का तेल उड़ेल आग लगा दी।
90 प्रतिशत झुलसे हालत में परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए। वहां से 26 को मेडिकल रेफर कर दिया गया। जहां सोमवार रात को उनकी मौत हो गई। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार हुआ। खमरिया पुलिस ने प्रकरण में ममता पटेल, लखन पटेल व विनीता पटेल के खिलाफ धारा 294, 323, 324, 306, 34 आईपीसी एक्ट का प्रकरण दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।