शक्ति रावत। आजकल जब भी आप किसी से बात करें, तो एक ही जबाब मिलेगा, कि व्यस्त हैं, जबकि हकीकत यह है कि 90 फीसदी से ज्यादा लोग व्यस्त नहीं बल्कि अस्तव्यस्त हैं। जीवन और कामों का सिस्टम नहीं होने की वजह से लोग व्यस्त कम और अस्तव्यस्त ज्यादा हैं। सुबह से लेकर शाम तक भाग रहे हैं, लेकिन काम हैं, कि खतम होने का नाम ही नहीं लेते। कारण सिर्फ एक सेल्फ मैनेजमेंट की कमी। आपके कामों और आपके टाइम मैनेजमेंट में कोई तालमेल नहीं हैं, कभी भी कोई भी काम करने लगना, बिना तैयारी कोई भी काम शुरू कर देना, किसी भी काम की डेडलाइन ना बनाना अगर यह सब चीजें आपकी आदतों में शुमार हैं, तो यकीन मानिये आप अस्तव्यस्त हैं। इसलिये आज बात करतें हैं, उन तरीकों की, जिनसे आप अस्तव्यस्त से वाकई व्यस्त बनेंगें।
1- हर काम का तय समय
ज्यादातर लोगों की समस्या यह है, कि उनके कामों का कोई समय तय नहीं होता। जब जो काम सामने आया करना शुरू कर दिया, इस तरह बिना प्लानिंग काम करना आपके तन और मन को थकाता है, साथ ही कभी भी खाना और सोना आपकी सेहत पर भी संकट खड़ा कर देता है। इसलिये सबसे पहली जरूरत है, कि हर काम का समय तय हो, सबसे पहले कामों के लिए समय तय कीजिये। ताकि आपको पता चले कि, कब कौन सा काम जरूरी है, और कब उसे करना है।
2- हर चीज अपनी जगह पर
ज्यादातर लोगों के अस्तव्यस्त होने का यह बड़ा कारण है, कि उनकी काम की चीजें कभी भी अपनी तय जगह पर नहीं होती, सुबह ऑफिस जाने की जल्दी हो या फिर स्कूल या कॉलेज जाने पर जरूरी चीजें ढूंढने में समय तो खराब होता ही है, मूड भी बिगड़ जाता है, तो क्या बेहतर नहीं होगा कि, हर चीज को उसकी तय जगह पर रखा जाए, चाहे कोई फाइल हो, मोबाइल, चश्मा, घड़ी या पर्स ताकि, जरूरत पडऩे पर वह चीज अपनी जगह पर मिल जाए।
3-हर दिन डे-प्लान
शोध कहते हैं, कि 80 फीसदी लोग जब सुबह उठते हैं, उनके पास अपने दिन का कोई प्लान नहीं होता, जाहिर तौर पर प्लान नहीं होने से आपके दिनभर के काम में कोई सिस्टम नहीं रहेगा, इसलिये बेहतर है, कि हर दिन अपने कामों की प्राथमिकता को तय करें, रोज एक सूची बनायें और उसके मुताबिक काम करें, ना भगदड़ रहेगी, ना ही अनचाहा तनाव।
4- हर काम की डेडलाइन
आप जानते हैं, कि पूरी दुनिया में जब भी कोई प्रोजेक्ट बनता है, तो उसकी डेडलाइन भी उसी समय तय की जाती है। मतलब यह काम कब तक खत्म करना है, यह चीज आपके काम की है, सफल लोग अपने हर काम के लिए डेडलाइन तय करते हैं, यह आपके लिए भी जरूरी है, ताकि आपको पता रहे कि, किस काम को कितना समय देना है। फिर चाहे वो घर का काम हो या ऑफिस का, दोस्तों के साथ गपशप हो या फिर सोशल मीडिया पर समय बिताना, सारे कामों की डेडलाइन तय करना जरूरी है। -लेखक मोटीवेशनल स्पीकर और लाइफ मैनेजमेंट कोच हैं