ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के सरकारी अस्पताल में डाक्टर व स्टाफ अक्सर नदारद रहता है। जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है। यह कोई एक अस्पताल की कहानी नहीं ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में स्टाफ व डक्टरों का ढर्रा ही बिगड़ा हुआ है।
जब सीएमएचओ डा.मनीष शर्मा सिविल हॉस्पिटल हजीरा पहुंचे। वहां पर कुछ डाक्टर व स्टाफ नदारत मिला। इसके बाद उन्होंने स्टाफ के हाजिरी रजिस्टर की जांच की तो उसमें लगातार डाक्टर व स्टाफ की उपस्थिति मिली, जबकि ऑन लाइन (बायोमेट्रिक)हाजरी की जांच की तो देखा कि 4 डाक्टर व 12 स्टाफ मिलाकर 16 लोग पिछले कई दिनों से अपना थंब नहीं लगा रहे थे। उन्होंने स्टाफ व डाक्टरों की यह कारस्तानी पकड़ ली।
जिसके बाद उन्होंने सभी डाक्टर व स्टाफ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद सीएमएचओ ने अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों से बातचीत की और केसशीट की जांच की, जो उन्हें अधूरी मिली। इस पर उन्होंने केसशीट अनिवार्य रूप से भरने के निर्देश दिए। अस्पताल में सर्जरी की संख्या कम मिलने पर सर्जन डा.अनिल यादव के कार्य पर नाराजगी जताई।