OPS के लिए कर्मचारियों का पेंशन अधिकार सम्मेलन सम्पन्न - MP EMPLOYEE NEWS

मंडला
। ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन जिला शाखा मंडला के तत्वाधान में जिले के सभी विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों का पेंशन अधिकार सम्मेलन नगर पालिका मंडल के टाउन हॉल में आयोजित किया गया, जिसमें जिले भर के विभिन्न ब्लॉक से शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदिवासी अधिकारी कर्मचारी संगठन के जिला अध्यक्ष डॉ विजय धुर्वे एवं विशिष्ट अतिथि प्रदीप झारिया मुख्य कार्यपालन अधिकारी मंडला, योगेश तिवारी प्रांतीय सहमंत्री पटवारी संघ सहित जीतेंद्र द्विवेदी रेशम विभाग अधिकारी, चंद्रशेखर धुर्वे एसडीओ सिंचाई विभाग, अंकित बाजपेई वनरक्षक, बाल सिंह ठाकुर जिला अध्यक्ष वन कर्मचारी संघ, वीरेंद्र धुर्वे सचिव मध्य प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन,  जागेश तेकाम पटवारी संघ ब्लाक अध्यक्ष नारायणगंज, अमर सिंह परते प्रांतीय सह मंत्री पटवारी संघ, बबीता उइके जिला अध्यक्ष पुरानी पेंशन बहाली (राजस्व),  अगस्तिन सिरसाम जिला उपाध्यक्ष पटवारी संघ उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डीके सिंगौर ने की। 

सम्मेलन में सभी विभागों के कर्मचारियों ने अपने उद्बोधन में ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन की मांगों की पुरानी पेंशन बहाली की मुहिम की सराहना की। सभी कर्मचारी संगठनों के प्रमुखों ने सरकार की  कर्मचारी विरोधी नीतियों से परेशान होने की बात कहते हुए एनपीएस को कर्मचारियों के विरुद्ध एक षड्यंत्र बताया। एसोसिएशन के प्रांत अध्यक्ष ने पेंशन अधिकार सम्मेलन में उपस्थित समस्त कर्मचारियों को एनपीएस की विसंगतियों की विस्तृत जानकारियों से अवगत कराया, साथ ही प्रोजेक्टर के माध्यम से एनपीएस अकाउंट लॉगइन करना, स्टेटमेंट निकालना, पासवर्ड रिसेट करना, मोबाइल नंबर अपडेट करना, नॉमिनी चेंज करना, बैंक अकाउंट चेंज करना, पार्शियल विड्रोल करना आदि महत्वपूर्ण जानकारियां दी। कार्यक्रम के अंत में कर्मचारियों ने रैली निकालकर एनपीएस के विरोध में जबरदस्त नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय जाकर तहसीलदार अनिल जैन को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। कार्यक्रम का संचालन एसोसिएशन के जिला प्रवक्ता अभित गुप्ता ने किया। 

OPS के लिए ज्ञापन के बिंदु
1. एनपीएस में मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 की विपरीत शेयर मार्केट पर सट्टा आधारित है।
2. एनपीएस में बीमा कंपनी एनयूटी रेट के आधार पर कंपनी का पेंशन प्लान प्रदान करती है, जबकि एनयूटी रेट लगातार घट रहा है।
3. एनपीएस में महंगाई के आधार पर पेंशन में कोई वृद्धि नहीं होती है, जिससे बढ़ी हुई महंगाई के बाद पेंशन की राशि महत्वहीन हो जाती है।
4. एनपीएस में न्यूनतम पेंशन योजना का कोई प्रावधान नहीं है।
5. एनपीएस में अंशदान फंड की वापसी टैक्सेबल है।
6. एनपीएस में बहुत ही विशेष कारणों में अल्प राशि ही आंशिक आहरण के द्वारा प्राप्त होती है।
7. एनपीएस में पेंशन राशि अंतिम वेतन का लगभग 6 से 10% ही होती है, जो कि वर्तमान में अधिकतम चार अंक (800 से 2500₹) में ही बन रही है।
8. एनपीएस में देय पेंशन किसी कर्मचारियों को आत्मनिर्भर नहीं बनाती है।
9. एनपीएस में देय पेंशन कर्मचारी को अपमानित महसूस कराता है।
10. एनपीएस में सेवानिवृत्त/ मृत्यु पर अनुदान की पूरी राशि चाहने पर भी एक मुफ्त प्रदान नहीं की जाती है।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !